NASA Artemis: चांद पर इंसानों को फिर भेजने के लिए पहला रॉकेट जल्द होगा लॉन्च, नासा ने बताई तारीख

NASA Artemis Mission: आर्टेमिस मिशन के जरिए नासा एक बार फिर से इंसानों को चांद पर भेजना चाहता है। आर्टेमिस के पहले रॉकेट को लॉन्च करने की तारीख नासा ने तय कर दी है। इस मिशन में कोई भी क्रू नहीं रहेगा। इसके जरिए स्पेसक्राफ्ट को चांद के पास तक भेजा जाएगा और कुछ दिन बाद वापस धरती पर आ जाएगा।

 
rocket launch (2)
रॉकेट लॉन्च।
वॉशिंगटन: इंसानों को एक बार फिर से चांद पर भेजने की तैयारी हो रही है। आर्टेमिस 1 मिशन के जरिए इंसान एक बार फिर से चांद पर पहुंचेंगे। आर्टेमिस 1 मिशन की शुरुआत के लिए पहली लॉन्चिंग की तारीख सामने आ गई है। इस साल गर्मी खत्म होते-होते ये मिशन लॉन्च होगा। बुधवार को नासा के एक्सप्लोरेशन सिस्टम डेवलपमेंट मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जिम फ्री ने बताया कि आर्टेमिस-I मेगा रॉकेट 29 अगस्त, 2 सितंबर या फिर पांच सितंबर को लॉन्च किया जा सकता है।

आर्टेमिस-I में कोई भी क्रू नहीं होगा। ये मिशन चांद के पार जाएगा और फिर वापस धरती पर आएगा। ये मिशन आर्टेमिस प्रोग्राम में पहला कदम होगा। आर्टेमिस के जरिए नासा का लक्ष्य है कि 2025 तक इंसानों को एक बार फिर से चांद पर भेजा जाए। इस मिशन में एक महिला भी होंगी जो चांद पर जाने वाली दुनिया की पहली महिला बनेंगी।
कब-कब हो सकता है लॉन्च
नासा के मुताबिक 29 अगस्त को अमेरिकी समय के मुताबिक 8.33 a.m. पर लॉन्च विंडो खुलेगी जो दो घंटे के लिए होगी। अगर इस दौरान रॉकेट लॉन्च होता है तो मिशन 42 दिनों तक चलेगा और फिर ये 10 अक्टूबर को वापस पृथ्वी पर आएगा। 2 सितंबर को अमेरिकी समय के मुताबिक 12:48 p.m. पर दो घंटे के लिए दूसरा लॉन्च विंडो खुलेगा। अगर इस दौरान मिशन लॉन्च होगा तो वापस 11 अक्टूबर को धरती पर आएगा। 5 सितंबर को अमेरिकी समय के मुताबिक 5:12 p.m.पर डेढ़ घंटे के लिए लॉन्च विंडो खुलेगी। इस लॉन्चिंग के बाद मिशन 17 अक्टूबर को वापस आएगा।

रॉकेट की टेस्ट में मिला था लीक
20 जून को अंतरिक्ष यान के वेट ड्रेस रिहर्सल को सफलतापूर्वक करने के बाद आर्टेमिस टीम इन तारीखों पर पहुंची है। इस परीक्षण में रॉकेट को बिना लॉन्चपैड से छोड़े हर चरण को सिमुलेशन के जरिए टेस्ट किया गया। इस टेस्ट के बाद टीम 2 जुलाई को वापस रॉकेट को असेंबली बिल्डिंग में लेकर आई। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे परीक्षण के दौरान हाइड्रोजन रिसाव का पता चला था। टीम ने इसे रिपेयर कर लिया।