ऋतिका श्रीराम ने 179.30 अंक हासिल किये. जील देसाई ने महिला एकल का गोल्ड जीता.
राजकोट. महाराष्ट्र की प्रबल दावेदार ऋतिका श्रीराम ने बुधवार को यहां सरदार पटेल एक्वेटिक्स कॉम्प्लेक्स में महिलाओं की 10 मीटर प्लेटफॉर्म स्पर्धा जीतकर राष्ट्रीय खेल डाइविंग प्रतियोगिता में गोल्डन हैट्रिक दोहराने की राह पर खुद को बनाए रखा. यह तीन दिनों में उनका दूसरा स्वर्ण है, और राष्ट्रीय खेलों के चार संस्करणों में उनका 10वां ताज है. मुंबई में रहने वाली रेलवे की गोताखोर, जो सोलापुर की रहने वाली है, अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं थी, लेकिन उन्होंने खिताब हासिल करने के लिए अधिकतम 179.30 अंक हासिल किए. पलक शर्मा (मध्य प्रदेश) ने 175.10 अंकों के साथ रजत और ईशा वाघमारे (महाराष्ट्र) ने 172.35 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता. तीनों ने 48 घंटे पहले 3 मीटर स्प्रिंगबोर्ड प्रतियोगिता में इसी क्रम में समाप्त किया था.
उन्होंने यहां दूसरा स्वर्ण जीतने में सर्विसेज के पुरुष गोताखोर सिद्धार्थ परदेशी का अनुकरण करने के बाद कहा, ‘मैं आज अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं थी और मैंने एक-दो गोता में गलतियां कीं. मैं स्पर्धा के शुरू होने से पहले थोड़ा नर्वस महसूस कर रही थी और मैंने सोचा कि मुझे सिल्वर पर समझौता करना पड़ेगा. लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इसके बावजूद स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही.’
इस बीच, अहमदाबाद में रिवरफ्रंट स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स में गुजरात की टेनिस खिलाड़ी जील देसाई ने अनुभवी अंकिता रैना की अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए अपने राज्य को महिला एकल स्वर्ण बरकरार रखने में मदद की. तीसरी वरीयता प्राप्त जील कर्नाटक की शर्मदा बालू के खिलाफ 6-2, 3-2 से आगे चल रही थी, जब शर्मदा के टखने की चोट के कारण मैच हार गईं. जील का दबदबा साफ दिखाई दिया, जब उन्होंने अपने शानदार ग्राउंड स्ट्रोक की बदौलत शुरुआती सेट आसानी से जीत लिया. शर्मदा बालू ने दूसरे सेट के पहले दो गेम जीतकर उन्हें दबाव में लाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन स्थानीय खिलाड़ी ने तीसरे सेट में जल्दी ही ब्रेक हासिल कर लिया.
शर्मदा ओवरहेड शॉट के लिए जाते समय अपने टखने को मुड़वा बैठीं, लिहाजा उन्हें मेडिकल टाइमआउट लेना पड़ा और उसके बाद उन्होंने मैच जारी रखने की कोशिश की. लेकिन उनकी मूवमेंट्स में बाधा आने के कारण, उन्होंने अगले गेम में मैच को छोड़ने का फैसला किया. जील देसाई ने कहा, ‘मैं आज स्वर्ण जीतकर बेहद खुश हूं. घरेलू मैदान पर इतने जबर्दस्त समर्थन के साथ खेलना विशेष था.’
उन्होंने कहा, ‘मैं अहमदाबाद की गर्मी का आदी हूं और इससे मुझे उनमें से कुछ के खिलाफ खेलने में मदद मिली.’ जील ने उन सभी आयोजकों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने केवल तीन महीनों में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को संभव बनाया. उन्होंने कहा, ‘मैं कई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में गई हूं और मैं कह सकती हूं कि यहां सुविधाएं सबसे ज्यादा हैं. यह काबिले तारीफ है कि राज्य सरकार ने महज तीन महीने में ये सारी व्यवस्थाएं कर लीं.’
तमिलनाडु के मनीष सुरेश कुमार को भी विपक्षी खिलाड़ी की शारीरिक परेशानी और पसली में दर्द से फायदा हुआ. महाराष्ट्र के अर्जुन काधे ने शुरूआती सेट में जीत लिया था. दूसरे सेट में अर्जुन को पसली में दर्द हुआ और उन्हें मेडिकल टाइम-आउट लेने पड़ा. उसके बाद वह उसी लय को कायम नहीं रख सके और मनीष सुरेश कुमार ने मौके का फायदा उठाते हुए 2-6, 6-1, 6-3 से जीत दर्ज की.