आज डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्विद्यालय नौणी के कुलपति द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन विवि परिसर में किया गया। प्रेसवार्ता के दौरान विवि के कुलपति प्रो. राजेश्वर चंदेल ने बताया कि भारत के कृषि विज्ञान केन्द्रों का 12वां राष्ट्रीय द्विवार्षिक सम्मेलन 2022 जून 1-2 को डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन (हिमाचल प्रदेश) में आयोजित किया जाएगा।
इस राष्ट्रीय सम्मलेन में पूरे देश से लगभग 1200 कृषि वैज्ञानिक जिनमें देश के हर जिले में स्थित कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्ष, प्रसार शिक्षा निदेशक, अटारी के निदेशक, देश के विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों,
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के महानिदेशक एवं सभी उप महनिदेशक हिस्सा लेंगे। नीति आयोग सहित देश के विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधि भी इस दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन का मुख्य विषय प्राकृतिक खेती रखा गया है क्योंकि आने वाले समय में इस कृषि पद्धति
की ओर किसानों का रुझान और बढ़ेगा इसलिए सम्मेलन का विषय आज के परप्रेक्ष में सबसे ज्यादा सटीक बैठता है। जहां एक ओर हम इस विधि से गुणवत्तायुक्त खाद्य एवं फल सब्जियों का उत्पादन कर सकते हैं वहीं दूसरी ओर पर्यावरण का भी संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती की कम लागत से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस सम्मलेन में देश के
विभिन्न हिस्सों से आमंत्रित किसान भी अपना प्राकृतिक खेती का अनुभव साझा करेगें।
प्रोफेसर चंदेल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस कृषि को बढ़ावा देने के लिए कुछ वर्ष पूर्व प्राकृतिक कृषि खुशहाल किसान योजना शुरू की थी। इस योजना कि सफलता का आंकलन आप इस बात से लगा सकते हैं कि कुछ ही समय में आज 1.70 लाख से अधिक किसान इस मुहिम का हिस्सा बन चुके है और मृदा एवं पर्यावरण संरक्षण और मानव स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित खाद्य उत्पाद बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। विश्वविद्यालय भी इस कृषि पद्धति पर गहन अनुसंधान कार्य कर रहे ताकि किसानों की कम लागत में अच्छी उपज प्राप्त हो सके।
बता दें कि इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुख्य अतिथि के रूप में इस सम्मलेन का उद्घाटन करेंगे। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर विशेष अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत कार्यक्रम की अध्यक्षता करेगें। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शोभा करांदलाजे भी इस कार्यक्रम में विशिष्ट
अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी।