छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर में हो रहे कांग्रेस अधिवेशन से पहले कांग्रेस के राष्टीय प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) को फ्लाइट से उतारकर असम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन पर एक दिन पहले असम पुलिस (assam police) ने साम्प्रदायिक तनाव फैलाने व राष्टीय सुरक्षा को लेकर दिमापुर में केस दर्ज किया था।
इससे पहले वीरवार सुबह असम पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सूचना देकर खेड़ा को एयरपोर्ट पर उतार दिया था। इस कार्रवाई के विरोध में दूसरे प्रदेशों के कांग्रेस नेताओं ने फ्लाइट से उतरकर भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। खेड़ा जो फ्लाइट में सवार हो चुके थे, तो उनको एयर स्टाफ ने सूचना दी कि आपके लगेज को लेकर कुछ समस्या है।
हजरतगंज थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज होने की बात भी कही गई। घटनाक्रम सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ। एयरपोर्ट व पुलिस अधिकारियों ने प्लेन में आकर कहा कि आपको उड़न भरने की अनुमति नहीं है। गिरफ्तारी के बाद कांग्रेसी नेता भी एक-एक करके विमान से उतर गए। उन्होंने वहां धरना देना शुरू किया और जमकर नारेबाजी की। इन नेताओं में हरियाणा, पंजाब व हिमाचल के भी कई वरिष्ठ नेता शामिल है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अधिकारियों से कहा कि आप हमें लिखकर दो कि पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया है।
क्यों हुई गिरफ्तारी
20 फरवरी को पवन खेड़ा ने दिल्ली में पत्रकारों से हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कहा था कि “जब अटल बिहारी बाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) जेपीसी बना सकते है तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है। यो यहीं नहीं रुके उंहोने अपने साथ खड़े लोगों से पूछा कि भाई गौतमदास है या दामोदर दास।” उन्होंने साथ ही यह भी कह दिया कि भले ही यह नाम दामोदर दास है मगर काम गौतम दास का है। लखनऊ में भी भाजपा के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का केस खेड़ा के खिलाफ करवाया था।
उसी दिन प्रवर्तन निदेशालय (ED) छह कांग्रेस नेताओं के खिलाफ छत्तीसगढ़ में छापेमारी की थी। अधिवेशन से ठीक चार दिन पहले यह छापेमारी हुई थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्शन पर कहा था कि पिछले 9 सालों ने जो रेड की है उसमें 95 प्रतिशत विपक्षी नेता है।