बच्चों में हो रही रक्त की कमी को दूर करने के लिए मनाया जाता है राष्ट्रीय कृमि दिवस

लोगों को डिवर्मिंग के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए 25 मई को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाता है, साल में दो बार इस दिवस को मनाया जाता है खासकर 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जो सबसे कमजोर हैं। इस दिवस की शुरुआत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2015 में की गई थी। दिन का मुख्य उद्देश्य आंतों के कीड़ों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बच्चों में मृदा-संचारित कृमि का पूर्ण उन्मूलन प्राप्त करना है। दुनिया की लगभग 24% आबादी मिट्टी से संक्रमित कृमि (कीड़े) से संक्रमित है। जिसके प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही राष्ट्रीय कृमि दिवस मनाया जाता है

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अमित रंजन तलवार का कहना है कि जिला सोलन में 25 मई को राष्ट्रीय कृमि दिवस मनाया जाएगा जिसके लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है । विभाग के पास दवाइयां पहुंच चुकी है जल्द ही दवाइयों की सप्लाई प्राथमिक विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्रों में भेज दिया जाएगा।