जहां ज़्यादातर लोग Exams में पासिंग मार्क्स से ख़ुश हो जाते हैं, वहीं JEE के राजस्थान के टॉपर नव्य हिसारिया के अलग ही प्लान हैं. JEE Main Season 1 में पूरे 300 नंबर लाने वाले हिसारिया ने एक और बार पेपर देने का फ़ैसला किया है.
हिसारिया के अनुसार उन्हें परीक्षा में टोटल 300 में से 300 नंबर मिले. इसके बाद भी वो एक और बार JEE की एंट्रेंस परीक्षा देने ताकि उनकी फिर से प्रैक्टिस हो जाए. नव्य का कहना है कि इससे उसका टाइम मैनेजमेंट बेहतर होगा.
टॉपर का कहना है कि JEE से उन्हें टाइम मैनेज करना बेहतर आएगा. पेपर देने से आपको ये पता चल जाता है कि आपकी तैयारी कितनी है. ये प्रैक्टिस की तरह है. वैसे अगर सेकंड अटेम्प्ट में नव्य के पूरे मार्क्स नहीं भी आते तो भी उनका कोई नुकसान नहीं होगा. उनके दोनों एग्जाम में बेस्ट ऑफ द टू के हिसाब से मार्क्स निकाले जाएंगे.
नव्य हिसारिया के पिता राकेश चंद्र हिसारिया व्यापारी और मां पूनम हिसारिया ग्रहणी हैं. नव्य ने 10वीं कक्षा में 97.40 फीसद अंक हासिल किए थे. साथ ही किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में अखिल भारतीय स्तर पर 13वीं रैंक हासिल की थी. इसके अलावा वे राष्ट्रीय स्तर के फिजिक्स ओलंपियाड को भी क्वालिफाई कर चुके हैं.
आगे इस मेधावी स्टूडेंट का सपना IIT Bombay के प्रतिष्ठित कंप्यूटर साइंस विभाग से बैचलर्स करने का है.