Nawaz Sharif On Pakistan Army Chief: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सेना के साथ दोस्ती करने पर अब पछतावा हो रहा है। नवाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ दोस्ती उनके लिए मौत को गले लगाना साबित हुई है। नवाज शरीफ अब पंजाब में हार के बाद पार्टी में भारी बदलाव करने जा रहे हैं।
पंजाब में करारी शिकस्त के बाद नवाज शरीफ ने पिछले कुछ दिनों में अपनी पार्टी के नेताओं के साथ व्यापक सलाह मशविरा किया है। यह जानने की कोशिश की है कि उनकी हार के पीछे वजह क्या है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें यह निकलकर सामने आया है कि नवाज शरीफ की गैर मौजूदगी और उनकी सेना विरोधी छवि का गायब होना, हार की प्रमुख वजह है। एक पार्टी नेता ने कहा, ‘नवाज शरीफ का मानना है कि उनकी पार्टी की ओर से सेना समर्थक रवैया अपनाया जाना मौत को गले लगाना है।’
बेटी मरियम को प्रमुख भूमिका
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले सप्ताह में नेतृत्व में बदलाव हो सकता है। साथ ही नवाज शरीफ की कोशिश एक बार फिर से सेना विरोधी अपनी छवि को वापस पाने की रहेगी। नवाज शरीफ की पार्टी का मानना है कि उनके इस नारे पर अब इमरान खान की पार्टी पीटीआई का कब्जा हो गया है। नवाज शरीफ की कोशिश है कि पार्टी की शान को फिर से लौटाया जाए। वहीं बताया जा रहा है कि आने वाले बदलाव में नवाज शरीफ अपनी बेटी मरियम को प्रमुख भूमिका दे सकते हैं।
साल 2017 में सत्ता से हटाए जाने के बाद नवाज शरीफ ने लगातार पाकिस्तानी सेना प्रमुख के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया था। हालांकि पिछले दिनों नवाज शरीफ, आसिफ अली जरदारी और मौलाना फजलुर्रहमान ने सेना के साथ मिलकर शहबाज शरीफ को पीएम बना दिया। अब शहबाज शरीफ बुरी तरह से फंस गए हैं और इमरान खान लगातार सेना के खिलाफ हमले कर रहे हैं। अब पंजाब उपचुनाव में हार के बाद नवाज शरीफ को अपनी इस भारी भूल का अहसास हो गया है।