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इतना ही नहीं राज्य सरकार की टीम ने रिपोर्ट्स में सरोगेसी की सुविधा देने वाले अस्पताल पर ब्लेम लगाया है। पैनल का कहना है कि ‘स्टार कपल ने किसी भी कानून को नहीं तोड़ा है। उन्होंने किसी भी गलत चीज को सपोर्ट नहीं किया है। हालांकि, जिस अस्पताल ने सरोगेसी को अंजाम दिया है उस अस्पताल की तरफ से नियमों का उल्लंघन हुआ है। टीम ने यह भी बताया वह अब तक नयनतारा-विग्नेश के फैमिली डॉक्टर से बात नहीं कर पाए हैं क्योंकि वह भारत से बाहर हैं।
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रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सरोगेट मां ने नवंबर 2021 में नयनतारा-विग्नेश के साथ अग्रीमेंट किया था और इस साल मार्च में भ्रूण को उनमें रखा गया। इस तरह अक्तूबर में बच्चों का जन्म हुआ। बता दें कि भारत में सरोगेसी रेगुलेशन एक्टर 2021 के तहत कमर्शियल सरोगेसी को बैन कर दिया गया था। हालांकि, यह नियम पिछले साल ही लागू हुआ था। यानी नयनतारा और विग्नेश ने जब इस प्रोसेस को शुरू किया था तब यह भारत में पूरी तरह लीगल था।