हिमाचल प्रदेश में पहली एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) अकादमी बनाने के लिए मंडी जिला के बल्ह क्षेत्र के गांव राजगढ़-खियुरी में चयनित भूमि का पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक जनरल मेजर जनरल राजीव छिब्बर सेना मैडल ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
हिमाचल सरकार ने एनसीसी अकादमी के निर्माण के लिए बल्ह के राजगढ़-खियुरी में लगभग 43.5 बीघा भूमि चिन्हित की है। जिसमें 18 बीघा भूमि उच्च शिक्षा विभाग के नाम स्थानांतरित की जा चुकी है, शेष भूमि का फॉरेस्ट स्वीकृति को लेकर मामला भेजा गया है। मेजर जनरल राजीव छिब्बर सेना मेडल ने बताया कि उन्होंने बल्ह में हिमाचल प्रदेश में बनाई जाने वाली एनसीसी अकादमी के लिए चिह्नित जमीन को देखा।
एनसीसी अकादमी निर्माण के लिए जो जमीन चिन्हित की गई है उसमें कुछ ही जमीन अभी मिल पाई है। इसके अलावा कुछ जमीन जिसकी अभी फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फॉरेस्ट क्लीयरेंस सहित अन्य औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करवाए ताकि बल्ह में प्रदेश की पहली एनसीसी अकादमी का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। बहुत से राज्यों में एनसीसी ट्रेनिंग के लिए अकादमी अथवा स्कूल हैं।
हिमाचल में भी एनसीसी अकादमी बनने से कैडेट्स को प्रशिक्षण और कैंप की बड़ी सुविधा मिलेगी। खासकर आउटडोर ट्रेनिंग व कैंप लगाने में सहुलियत होगी। टू एचपी एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर सेना मैडल कर्नल अनुज लूथरा ने बताया कि एडीजी मेजर जनरल राजीव छिब्बर सेना मेडल ने बल्ह में एनसीसी अकादमी के लिए चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया उसके बाद उन्होंने टू एच एनसीसी बटालियन मंडी का भी दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने स्टाफ सहित एनसीसी कैडेट्स से भी मुलाकात की। एनसीसी कैडेट्स को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के बारे में फैलाई जा रही भर्तियों को दूर कर इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि टू एचपी एनसीसी बटालियन मंडी प्रदेश की सबसे बड़ी एनसीसी बटालियन है जिसके अंतर्गत मंडी, कुल्लू, बिलासपुर व कांगड़ा के 68 शिक्षण संस्थानों के एनसीसी कैडेटस को प्रशिक्षण दिया जाता है। इस मौके पर लेफ्टिनेंट कर्नल राजीव भोला भी उपस्थित रहे।