Gujrat Titans vs Mumbai Indians: नेहल वढेरा पहले पीयूष चावला और फिर अर्जुन तेंदुलकर के साथ अलग-अलग वजहों से चर्चा में हैं। पहली बार वह रन दौड़ना चाहते थे और दूसरी बार नहीं भागना चाहते थे।
दरअसल, 208 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी मुंबई की आधी टीम 59 रन पर ही पवेलियन लौट चुकी थी और मुकाबला एकतरफा हो गया था। मुंबई टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों ने छुट-पुट योगदान से टीम टोटल को 152/9 तक पहुंचाकर हार के अंतर को कम किया। नेहल वढेरा (40) और पीयूष चावला (18) ने सातवें विकेट के लिए 24 गेंद पर 45 रन की साझेदारी की। आखिर में अर्जुन तेंदुलकर भी पहली बार आईपीएल में बैटिंग के लिए उतरे और 9 गेंद पर एक सिक्स की मदद से 13 रन बनाकर आउट हुए।
पीयूष चावला के साथ बदतमीजी
पारी के 18वें ओवर के दौरान मोहित शर्मा ने ऑफ स्टंप के काफी बाहर एक स्लोअर बॉल फेंकी, जिसे पीयूष चावला कनेक्ट नहीं कर पाए और बॉल विकेटकीपर के हाथ में चली गई, लेकिन नॉन स्ट्राइक एंड पर मौजूद नेहल स्ट्राइक लेने के लिए इतने बेसब्र थे कि रन न होते हुए भी दौड़ लगा दी और क्रीज तक पहुंच गए और सीनियर प्लेयर पीयूष चावला को क्रीज छोड़ने का इशारा किया। अनुभवी लेग स्पिनर ने नेहल के लिए अपना विकेट बलिदान कर दिया।
अर्जुन के साथ हो जाता पंगा!
पहली गेंद पर हुए इस कांड के बाद अर्जुन तेंदुलकर बतौर नए बल्लेबाज क्रीज पर पहुंचे। मैच हाथ से पूरी तरह फिसल चुका था। आखिरी 12 ओवर में इतने रन चाहिए थे, जो बनने असंभव थे, लेकिन नेहल तो शायद अपने अर्धशतक के चक्कर में थे तभी तो अगली ही गेंद पर अर्जुन तेदुलकर को स्ट्राइक देने से इनकार कर दिया, लेकिन जूनियर तेंदुलकर के आगे नेहल की एक न चली। दरअसल, नेहल ने स्क्वैयर एरिया में पुल खेला और सिंगल लेने से इनकार कर दिया जबकि वहां आराम से एक रन भागा जा सकता था। नेहल के मना करने के बावजूद अर्जुन क्रीज से निकले और झुंझलाते हुए नेहल ने सिंगल लिया। चौथी गेंद पर वह मोहित शर्मा की बॉल पर मोहम्मद शमी को कैच थमा बैठे। इस तरह तीन चौके और इतने ही छक्के वाली पारी का अंत हुआ।