सोलन का क्षेत्रीय अस्पताल ,एक सिटी अस्पताल बन कर रह गया है। यह कहना है सोलन के विधायक, कर्नल धनीराम शांडिल का। आप को बता दें कि, सोलन के विधायक धनीराम शांडिल ने , आज सोलन के अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ, नगर निगम की मेयर , प्रदेश प्रवक्ता और शहरी कांग्रेस अध्यक्ष ,अंकुश सूद , और मुकेश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान, पता चला कि, सोलन अस्पताल में, रोगियों के आवश्यक टैस्ट ,नहीं हो पा रहे है। उन्हें टैस्ट करवाने के लिए ,निजी लैबस का रुख ,करना पड़ रहा है। कई टैस्टिंग मशीने, खराब पड़ी है। जिसको लेकर ,उन्होंने अस्पताल के, एमएस से पूछताछ की, लेकिन वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए, केवल आश्वासन ही देते रहे। शांडिल ने ,सभी अधिकारियों को ,जल्द स्वास्थ्य सेवाएं ठीक करने की बात कहीं।
सोलन के विधायक धनीराम शांडिल ,और प्रदेश प्रवक्ता कुशल जेठी ने ,सरकार को घेरते हुए कहा कि, कांग्रेस कार्यकाल में , अस्पताल में 200 बेड की व्यवस्था की गई थी और करीबन 32 चिकित्सक, तैनात किए गए थे। लेकिन भाजपा की सरकार ने ,इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। आज के समय में ,अस्पताल में केवल 28 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऊपर से ,अस्पताल में एक्सरे , सीटी स्कैन और अन्य टैस्टिंग मशीनें, कार्य नहीं कर रही है। जिसको लेकर ,सोलन ,सिरमौर और शिमला के गरीब ,ज़रूरत मंद रोगी बेहद परेशान है। अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर ,आज अधिकारियों से बात की गई ,और 15 दिनों के भीतर सभी ,व्यवस्थाओं को दरुस्त करने के लिए कहा गया। उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा कि, सोलन अस्पताल में ,स्वास्थ्य सेवाएं पूर्ण रूप से ,चरमरा चुकी है यही वजह है कि, उनके द्वारा सोलन से ,आईजीएमसी के लिए बस चलाई गई है।
2021-08-28