सैटेलाइट फोन की खासियत है कि इसका इस्तेमाल आप बहुत आसानी से कहीं पर भी कर सकते हैं। क्योंकि ये पूरी तरह से सैटेलाइट की मदद से काम करता है।
नई दिल्ली। मोबाइल फोन नेटवर्क की समस्या आम बनती जा रही है। 5G नेटवर्क की घोषणा के साथ कंपनियां लगातार टॉवर लगाने पर काम भी कर रही हैं। जितने ज्यादा टॉवर लगेंगे उतने ही नेटवर्क फोन पर आने शुरू हो जाएंगे। टॉवर नहीं होने की स्थिति में फोन के नेटवर्क भी नहीं आते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे फोन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें आपको सिग्नल की टेंशन लेने की जरूरत नहीं होती है।
सैटेलाइट फोन की खासियत है कि इसका इस्तेमाल आप बहुत आसानी से कहीं पर भी कर सकते हैं। क्योंकि ये पूरी तरह से सैटेलाइट की मदद से काम करता है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये काम कैसे करता है और इसे कैसे हासिल किया जा सकता है। सैटेलाइट फोन की खासियत की बात करें तो इसका इस्तेमाल आप हवाई यात्रा और शिप में भी आसानी से कर सकते हैं। यानी ये एक ऐसा फोन है जो देश के किसी भी कोने में आसानी से काम करता है।
किसे मिलता है सैटेलाइट फोन?
सैटेलाइट फोन की खासियत के बारे में तो आप जान ही चुके हैं तो अब हम आपको इसे हासिल करने के बारे में बता देते हैं। आपको पहले ही बता दें कि ये सैटेलाइट फोन हर किसी को नहीं मिल सकता है। ये सैटेलाइट फोन चुनिंदा लोगों को ही दिया जाता है। डिफेंस, पुलिस और डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग में सेवाएं दे रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को ही ये सैटेलाइट फोन दिया जाता है। इसके अलावा कई कॉरपोरेट में भी इसके इस्तेमाल की इजाजत होती है।
किसी होती है कीमत-
आम मोबाइल फोन के मुकाबले सैटेलाइट फोन की कॉलिंग की दर बहुत ज्यादा होती है। जहां आप नॉर्मल फोन पर बात करने पर कुछ ही पैसे चुकाते हैं तो आपको सैटेलाइट फोन पर बात करने की जगह लाखों रुपए चुकाने पड़ सकते हैं। यही वजह है कि कुछ चुनिंदा विभाग के अधिकारियों को ही इसके इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है। आम व्यक्ति को सैटेलाइट फोन नहीं मिलने के पीछे एक मुख्य वजह ये भी होती है।