जालंधर-जम्मू रेल मार्ग (Jalandhar-Jammu Rail Route) पर सराहां उपमंडल के नब्बल गांव के 25 वर्षीय फौजी बेटे सचिन शर्मा पुत्र देव स्वरूप को नव जीवन मिला है। दरअसल, वो डयूटी के लिए सोमवार को घर से रवाना हुआ था। ट्रेन में सफर के दौरान टांडा (Tanda) के नजदीक कुछ लुटेरे ट्रेन में चढ़ गए। इस दौरान सचिन से भी लूटपाट की गई। इसके बाद सचिन को चलती ट्रेन से बाहर फैंक दिया गया।
गनीमत इस बात की रही कि सचिन को हादसे में गंभीर चोट नहीं आई। हादसे में सचिन को नवजीवन मिला है। तकरीबन एक घंटे बाद ट्रेन की पटरी के किनारे होश आ गया। बेहोशी की हालत में वो पटरी के किनारे बेसुध पड़ा रहा। होश आते ही सचिन ने मदद को लेकर कोशिश शुरू की। जैसे-तैसे नजदीक एक गौशाला में पहुंच गया।
मजदूरों ने तुरंत ही नजदीक के अस्पताल में सचिन को पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद फौजी को होशियारपुर के सरकारी अस्पताल में रैफर किया गया। सचिन ने खुलासा किया कि उसकी सरकारी वर्दी व अन्य सामान लुटेरे ले गए हैं। पारिवारिक जानकारी के मुताबिक सचिन जम्मू-कश्मीर में तैनात है। करीब एक महीने की छुट्टी के बाद अंबाला से जम्मू की ट्रेन ली थी।
सोमवार रात एक बजे टांडा रेलवे स्टेशन से आगे सचिन की आंख खुली तो पाया दो-तीन व्यक्ति यात्रियों का सामान चैक कर रहे थे। इस बारे सवाल पूछने पर फौजी से बहसबाजी शुरू कर दी गई। घायल सैनिक ने ये भी बताया कि एक आरोपी ने उसके सिर पर नुकीली वस्तु से वार भी किया था। इसके बाद बेसुध होने पर सामान के साथ-साथ पर्स भी छीन लिया। होश आने पर खुद को पटरी के किनारे पड़ा पाया था।
उधर, सूचना मिलने के बाद पच्छाद के नब्बल गांव से परिजन भी होशियारपुर पहुंच गए।