मथुरा के नौहझील थाना में तैनात सिपाही आशीष कुमार की मौत मामले में नया मोड़ आया है। आशीष ने सुसाइड नहीं किया था। उसकी हत्या की गई थी। हत्या का आरोप साथी सिपाही पर है। आरोपी साथी सिपाही ने पहले आशीष के साथ मारपीट की और फिर उसका रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। सुसाइड दिखाने के लिए सिपाही के शव को पंखे से लटकाया गया। नौहझील पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्यारोपी साथी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। पिता ने साथी सिपाही के खिलाफ अनुसूचित जाति और हत्या किए जाने का मुकदमा थाना नौहझील में दर्ज कराया है। थाना नौहझील में तैनात सिपाही आशीष कुमार (25) पुत्र रविंद्र सिंह निवासी ग्राम बरावली थाना बहसूमा, मेरठ का शव 29 मई की देर रात कस्बे के रेतिया गली में विपिन पाठक के मकान में किराए के कमरे में पंखे से लटका मिला था। उसके शरीर पर चोटों के निशान पिटाई की तरफ साफ इशारा कर रहे थे।
शुरूआत में पुलिस भी फूंक-फूंककर कदम रख रही थी, फिर भी पुलिस ने शक के आधार पर सिपाही रोहित धनखड़ को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो सिपाही टूट गया।
शुक्रवार को मृतक सिपाही आशीष के पिता रविंद्र सिंह की तहरीर पर नौहझील पुलिस ने हत्या और अनुसूचित जाति की धारा में मुकदमा दर्ज करके आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात श्रीशचंद ने बताया कि रोहित ने रस्सी से आशीष का गला घोंटा था। उसके बाद पंखे पर लटकाकर सुसाइड का ताना-बाना बुना।
पूछताछ में वह टूट गया। आरोपी सिपाही पुलिस की गिरफ्त में है। वारदात के समय बीयर पीने के बाद रोहित ने आशीष का मोबाइल छीन लिया था। उस वक्त सिपाही आशीष किसी जान पहचान वाली लड़की से वीडियो कॉलिंग कर रहा था। मोबाइल न देने पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था।
पड़ोस के कमरे में रहने वाले प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप पाठक और पीयूष शर्मा के अनुसार दोनों ने कमरा बंद करके बीयर पी। इस दौरान आशीष एक युवती से मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग कर बातचीत करने लगा। इसी बीच रोहित ने आशीष का मोबाइल छीन लिया। वहीं से दोनों में रार हो गई।
कमरे से आवाज बाहर आ रही थी। आशीष बार-बार कह रहा था कि रोहित मोबाइल दे दो। जब मोबाइल मांगने पर नहीं मिला तो दोनों में मारपीट भी हो गई। सिपाहियों के झगड़े को सुनकर कुलदीप और पीयूष अपने कमरे में चले गए।
रात 12:45 बजे के बाद सिपाहियों के कमरे से आवाज आना बंद हो गई। बताया गया है कि रात ढाई बजे रोहित ने कुलदीप और पीयूष को उठाया। अंदर जाकर देखा तो आशीष का शव पंखे से लटका मिला। रोहित ने नौहझील पुलिस को सूचना दी।
तीनों भाइयों में होनहार था आशीष बेटे की मौत की खबर से मेरठ के बरावली गांव में कोहराम मच गया। तीन भाइयों में सबसे छोटा आशीष काफी होनहार था। साल 2020 में सिपाही बन गया। कड़ी मेहनत वाले आशीष पर दोनों भाइयों का पूरा प्रेम था। पिता टेलर की दुकान करते हैं तो सबसे बड़ा भाई रजनीश कुमार मजदूरी करता है। दूसरे नंबर का पंकज कुमार एंबुलेंस चलाता है।