कभी 20 लाख डॉलर में बिके NFT की कीमत अब $100 भी नहीं

ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत ने NFT की गिरावट पर खास कमेंट किया है. (Image - Moneycontrol/Shutterstock)

ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत ने NFT की गिरावट पर खास कमेंट किया है

नई दिल्ली. 2021 में चारों तरफ NFT की बातें हो रही थीं. कहा जा रहा था कि कमाई का नया और सबसे अच्छे जरिये के तौर पर NFT उभर रहा है. लेकिन अब महज एक ही साल में अंदर NFT की हवा काफूर हो चुकी है. पिछले साल 29 लाख डॉलर में बिका एक NFT अब कोई मात्र 100 डॉलर में भी लेने को तैयार नहीं है.

अब, रिचर टुडे (Richer Today) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत ने इस पर एक स्पेशल कमेंट किया है. उन्होंने लोकप्रिय एनएफटी की गिरावट दिखाने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. उन्होंने लिखा, “जब आप जानते हैं कि कुछ बेवकूफी-भरा प्रतीत हो रहा है, तो शायद उस पर आगे बढ़ना बुद्धिमानी नहीं है, भले ही आपके सारे दोस्त इसे करना शुरू कर दें… पूछना चाहिए कि आने वाला समय के गर्भ में क्रिप्टोकरेंसी के लिए क्या छिपा है.”

पहले ट्वीट का NFT कोड़ियों के भाव
ट्विटर इंक के संस्थापक जैक डोर्सी (Jack Dorsey) के पहले ट्वीट को पिछले साल एक नॉन-फंजीबल टोकन (NFT) में बदल दिया गया था और उसे 2.9 मिलियन डॉलर में बेचा गया था. इस साल अप्रैल 2022 में इसकी कीमत 14,000 डॉलर से भी कम हो गई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि जैक डोर्सी के पहले ट्वीट का NFT, जिसे एक खरीदार ने 2.9 मिलियन डॉलर में खरीदा था, अब उसकी उच्चतम बोली केवल $97 है. मतलब 100 डॉलर से भी कम. रिपोर्ट में यह भी दिखाया गया है कि कैसे लोगान पॉल ने पिछले साल $6,23,000 में एक NF Bumblebee खरीदा था, जिसकी कीमत अब महज 10 डॉलर है.

निखिल कामत ने कहा, “सिर्फ एक साल पहले, NFT को खूब प्रचारित किया जा रहा था. बड़ी-बड़ी हस्तियां NFT प्रोजेक्ट्स लॉन्च कर रही थीं. रोज नए NFT करोड़पति रोजाना सामने आ रहे थे. लेकिन अब ऐसा लगता है कि भीड़ छंट चुकी है.”

रिचर टुडे की रिपोर्ट में कहा गया है कि NFT की मासिक बिक्री में जनवरी 2022 के टॉप के बाद से 90 प्रतिशत की गिरावट आई है, और यूनीक बायर्स की संख्या में 85 प्रतिशत की कमी आई है.

क्या हैं गिरावट के बड़े कारण
रिपोर्ट में NFT की गिरावट के कारणों का भी जिक्र है. कारणों में NFT की उपयोगिता न होना, क्रिप्टो क्रैश और शैडी प्रैक्टिसेज की बात कही गई है. कहा गया है कि NFT के रूप में खरीदी गई JPEG तस्वीरों की कोई उपयोगिता नहीं है. लोगों ने हाइप में इसे खरीद लिया और अब पछता रहे हैं. लोग बिना पैसा दिए इंटरनेट पर उन तस्वीरों को देख सकते हैं तो फिर हजारों-लाखों खर्च करके उन्हें क्यों देखेंगे. मालिक के पास एक ब्लॉकचेन आईडी के अलावा कुछ भी एक्सक्लूसिव नहीं होता.

दूसरा, क्रिप्टो कैश. रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि सभी NFTs ब्लॉकचेन पर बनीं और क्रिप्टो के जरिये बेची जाती हैं तो इनकी कीमत भी क्रिप्टो के हिसाब से घटती-बढ़ती है. अब जबकि क्रिप्टो मार्केट खुद ही एक साल में 65 फीसदी गिर चुकी है तो NFT भला कैसे बचती.

तीसरा, स्कैम या गलत प्रैक्टिस. रिपोर्ट में कहा गया है, “जुलाई 2021 और अगस्त 2022 के बीच, एनएफटी घोटालों में निवेशकों का 100 मिलियन डॉलर का भारी नुकसान हुआ. सबसे आम घोटाला था कि लोगों को सोशल मीडिया प्रचार का उपयोग करके NFT प्रोजेक्ट खरीदने के लिए फुसलाया जा रहा था, और जैसे ही कीमत बढ़ी, मालिक उसे बेचकर मुनाफे भुनाएंगे, और कीमत गिर जाएगी.”

कैसा होगा भविष्य?
रिपोर्ट NFT के भविष्य के बारे में बात करते हुए कहती है कि आने वाला कुछ और समय इस प्रकार के एसेट्स के लिए मुश्किल भरा रहने वाला प्रतीत होता है. क्या ये कमबैक करेगी के सवाल के जवाब में रिपोर्ट में एक सवाल उठाया गया है कि क्या आपको इसकी कुछ उपयोगिता नजर आती है?