शिमला।। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में रजत मेडल हासिल करने वाले निषाद कुमार ने हिमाचल ही नहीं, भारत का भी नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। ऊना जिले के अंब से संबंध रखने वाले निषाद से देश के ज्यादातर लोग भले ही आज रू-ब-रू हुए हों मगर हिमाचल प्रदेश पहले से ही उनकी प्रतिभा से परिचित है।
निषाद के प्रदर्शन और उपलब्धियों को देखते हुए ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 2019 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्हें प्रतिष्ठित ‘हिमाचल गौरव’ पुरस्कार से सम्मानित किया था।
यह पुरस्कार हिमाचल प्रदेश की उन हस्तियों को दिया जाता है जो अपने क्षेत्र में न सिर्फ उत्कृष्ट कार्य करती हैं बल्कि दूसरों के लिए मिसाल भी कायम करती हैं।
टोक्यो 2020 पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाले वह हिमाचल के इकलौते एथलीट हैं।
अंब की कटौहल कलां पंचायत के निषाद कुमार ने दिव्यांग होने के बावजूद कभी किसी मोर्चे पर हार नहीं मानी।
वह उस समय सुर्खियों में आए थे जब साल 2019 में उन्होंने दुबई में हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्रीं में गोल्ड मेडल जीता था। उसी समय उन्होंने टोक्यो 2020 पैरालंपिक का टिकट पक्का कर लिया था।
इसी प्रदर्शन के आधार पर उन्हें हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अब पैरालंपिक में रजत जीतने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने निषाद कुमार को एक करोड़ रुपये की राशि देने का ऐलान किया है।