जिंदगी में सफर तय करने के लिए हमसफर चाहिए और दर्द में जो साथ निभा सके ऐसा हमदर्द चाहिए.. इस बात को स्टॉकब्रोकिंग फर्म जेरोधा (Zerodha) के कोफाउंडर नितिन कामथ ने चरितार्थ कर दिया है. उन्होंने अपनी पत्नी को कैंसर से बचाने के लिए अपने सिर के सारे बाल कुर्बान कर दिए. इंटरनेशनल वुमेन्स डे के मौके पर उन्होंने अपनी पत्नी सीमा कामथ की कैंसर जंग की पूरी कहानी ट्वीटर पर शेयर की है.
पत्नी को कैंसर से बचाने के लिए कुर्बान कर दिए बाल
कामथ ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरी वाइफ सीमा को नवंबर 2021 को पता चला था कि उसे ब्रेस्ट कैंसर है. उसने कैंसर और रेगुलर हेल्थ चेकअप, हेल्थ इश्योरेंस और वेलनेस के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने लिए अपनी कैंसर जर्नी को ब्लॉग के माध्यम से शेयर करने का निर्णय लिया है. महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. इसके साथ ही कामथ ने अपने ट्वीट के साथ ब्लॉग पेज का लिंक भी शेयर किया है.
सीमा कामथ (Seema Kamath) के ब्लॉक का टाइटल है, ‘मुझे पता था मैं सबसे हेल्दी इंसान हूं, फिर भी मुझे कैंसर हो गया. सीमा ने ब्लॉग में कैंसर के पता चलने से लेकर उस खतरनाक बीमारी से जंग जीतने तक के सफर के बारे में चर्चा की है. दरअसल सीमा को पिछले साल नंवबर में अपने स्टेज 2 कैंसर का पता चला था और अब तक वह 2 कीमोथेरेपी सेशन ले चुकी हैं.
समाज में ब्रेस्ट कैंसर आज भी एक बड़ा ‘टैबू’ है
सीमा अपनी पोस्ट में लिखती हैं कि कुछ हफ्ते तक मैंने केवल अपने करीबी रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों को ही कैंसर के बारे में बताया था. मैंने सभी तरह के टेस्ट कराए और जब हम अच्छे डॉक्टर की तलाश कर रहे थे, तब मुझे एहसास हुआ कि मैं शायद इस बीमारी के बारे में खुलकर बात नहीं कर रही हूं क्योंकि हमारे समाज में कैंसर को टैबू की तरह देखा जाता है.
सीमा ने लिखा कि वह कई सालों से हर महीने फुल हेल्थचेकअप कराती रही हैं. उन्हें मैमोग्राम में अपने लेफ्ट ब्रेस्ट पर एक गांठ नजर आई थी तब उन्होंने Oncologist से मिलने का फैसला किया. जब उनकी बायोप्सी हुई तो एक स्कैन में पता चला कि वो गांठ कैंसर की थी.
पत्नी का साथ देकर जेरोधा के फाउंडर ने पेश की मिसाल
सीमा ने अपनी कीमोथेरेपी के पूरे प्रोसेस को भी ब्लॉग में शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि कीमो के बाद 2 दिनों तक उन्हें कुछ फील नहीं हुआ. लेकिन फिर अचानक से दर्द होने लगा. अगले 5 से 7 दिनों तक ऐसा लगा जैसे कोई उन्हें ट्रक से कुचल रहा है. हालांकि यह दर्द 7 दिन के भीतर ही खत्म भी हो गया.
कीमो के बाद सीमा के बाल झड़ने लगे और उनके पति ने सीमा का साथ देने के लिए अपना मुडंन करावा लिया ताकि सीमा को बिल्कुल भी असहज ना लगे. अब नितिन सीमा के बाल आने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं सीमा ने लिखा कि मेरे पास गंजे नितिन के होने से ऐसा लगा कि शायद ये नया हेयरस्टाइल है. लेकिन मैं अपने बालों को वापस चाहती हूं.
आखिर में सीमा ने लिखा, आज देशभर में कैंसर का इजाल संभव है इसलिए इसका पता चलने पर देरी ना करें. आप रेगुलर हेल्थचेकअप करवाएं और हेल्थ इंश्योरेंस जरूर ले लें.