Bihar Politics : बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार के पाला बदलने के चर्चा फिर से तेज है। एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के सामने ही आरजेडी के शासन काल की बुराई करने लगे तो दूसरी तरफ पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के लिए ‘पलटी मारना’ अच्छी बात है। पढ़िए ये खबर
पटना: बिहार की राजनीति में एक बात तो तय है कि यहां कुछ भी तय नहीं है। मतलब जो दिखेगा वो होगा नहीं और जो होने वाला होगा वो दिखेगा नहीं। यूं समझिए कि जिसने उड़ती चिड़िया के पर गिन लिए, उसने बिहार की राजनीति भी समझ ली। कुछ यही हाल बिहार में फिर दिख रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बगैर कहे लोगों को ‘जंगलराज’ की याद दिला दी। मजे की बात ये कि नीतीश ने जब ये कहा तो तेजस्वी वहीं मौजूद थे। उधर जीतन राम मांझी के नीतीश कुमार में अचानक भूतपूर्व सीएम महामाया प्रसाद नजर आने लगे हैं। मांझी की नजर में ‘पलटी मारना’ अच्छी बात है।
नीतीश ने तेजस्वी के सामने कर दी RJD शासनकाल की बुराई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान जो कहा वो इशारों में जंगलराज का ही जिक्र था। नीतीश ने कहा कि ‘पहले भूल मत जाइए , क्या हाल था, पटना में भी रहते थे, चलते थे, त कइसा लगता था पटना? कहीं कोई दुकान दिखता था जी। अ शाम होते-होते सब बंद रहता था। आज कर देख रहे हैं, त कितना ज्यादा विकसित हुआ।’ यूं समझिए कि 17 सेकेंड में नीतीश कुमार ने लोगों को 17 दफे RJD के शासनकाल की याद दिला दी। हालांकि आखिर में एक लाइन जोड़ दिया कि ‘विकसित हो गया पटना’। लेकिन शुरूआती लाइनों में विकास मुद्दा न होकर खौफ ही था। इससे किसी को इनकार नहीं है।