समझा जा रहा है कि एक-दो दिनों में (शुक्रवार तक) 44 बिलियन डॉलर की ट्विटर डील फाइनल हो जाएगी.
नई दिल्ली. ट्विटर में काम कर रहे लोगों की सांसें फिलहाल किसी रोलर-कोस्टर की तरह ही ऊपर-नीचे हो रही होंगी. उन्हें एक दिन सूचना मिलती है कि ट्विटर को खरीदने की एलन मस्क की कोशिश सिरे चढ़ रही है तो दूसरे ही दिन सूचना आती है कि 75 फीसदी तक कर्मचारियों की छंटनी होने वाली है. कोई भी कर्मचारी न तो खुद को सुरक्षित मान पा रहा है और न ही वह यह समझ पा रहा है कि उसका भविष्य कैसा होगा.
ब्लूमबर्ग की एक ताजा रिपोर्ट कहती है कि टेस्ला के मालिक अरबपति एलन मस्क द्वारा ट्विटर की सत्ता संभालने के बाद 75 फीसदी कर्मचारियों को नहीं निकाला जाएगा. एलन मस्क का ऐसा कोई इरादा नहीं है. समझा जा रहा है कि एक-दो दिनों में (शुक्रवार तक) 44 बिलियन डॉलर की ट्विटर डील फाइनल हो जाएगी.
नई रिपोर्ट से राहतभरी सांस
यह ताजा रिपोर्ट उन कर्मचारियों के लिए राहतभरी एक सांस की तरह है, जिन्हें अपनी नौकरी पर तलवार लटकती दिख रही थी. पिछले हफ्ते वाशिंगटन पोस्ट में एक रिपोर्ट छपी थी कि स्पेसएक्स के बॉस ट्विटर के 75 प्रतिशत कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा देंगे. तब से सोशल मीडिया में इसी बात की चर्चा हो रही थी.
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में लिखा गया था कि ट्विटर को खरीदने के बाद निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए तीन-चौथाई कर्मचारियों की कमी की जा सकती है. इस रिपोर्ट की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि इसमें कुछ डॉक्यूमेंट्स और बिना नाम लिखे मामले से जुड़े कुछ लोगों को सूत्रों की तरह पेश किया गया था.
हालांकि, ट्विटर ने छंटनी की खबरों का खंडन किया और रिपोर्ट आने के बाद तुरंत अपने कर्मचारियों को एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें कहा गया कि कंपनी-व्यापी छंटनी की कोई योजना नहीं है. ट्विटर के जनरल काउंसल सीन एडगेट ने कर्मचारियों को ईमेल करते हुए कहा कि कंपनी की पिंक स्लिप जारी करने की कोई योजना नहीं है.
शुरुआत से ही मामला गड़बड़!
बता दें कि जब से एलन मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को पाने के अपने इरादे की घोषणा की है, तब से ट्विटर के कार्यालयों में व्याप्त निराशा की भावना स्पष्ट थी. अप्रैल के बाद से, जब पहली बार इस सौदे की घोषणा की गई थी, कई लोग पहले ही उनके कार्यों और सार्वजनिक घोषणाओं का हवाला देते हुए कंपनी छोड़ चुके थे.
छोड़कर जाने वालों में उच्च-स्तरीय अधिकारी भी शामिल थे, जैसे कि इल्या ब्राउन (प्रोडक्ट मैनेजमेंट ऑफ हेल्थ, कन्वर्सेशन एंड ग्रोथ के वाइस प्रेसीडेंट), कटरीना लेन (ट्विटर सर्विस की वाइस प्रेसीडेंट), और मैक्स शमीज़र, डेटा साइंस के प्रमुख.
क्या कहते हैं CEO पराग अग्रवाल
ट्विटर के मौजूदा मुख्य कार्यकारी पराग अग्रवाल के साथ मस्क के मतभेद भी छिपे नहीं हैं. संभावित बर्खास्तगी के बारे में अफवाहों के बीच, अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया था. अग्रवाल ने ट्वीट की एक सीरीज में लिखा था, “कुछ लोग पूछ रहे हैं कि अगर हम वैसे भी अधिग्रहण किए जा रहे हैं एक ‘लेम-डक’ सीईओ ये बदलाव क्यों करेगा.”
उन्होंने लिखा, “मुझे उम्मीद है कि यह डील जल्द पूरी हो जाएगी और हमें सभी परिदृश्यों के लिए तैयार रहने की जरूरत है और हमेशा वही करना चाहिए जो ट्विटर के लिए सही हो. मैं ट्विटर का नेतृत्व और संचालन करने के लिए जवाबदेह हूं, और हमारा काम हर दिन एक मजबूत ट्विटर बनाना है.”