साल के पहले ही दिन राजधानी दिल्ली एक बार फिर शर्मसार हो गई। एक लड़की को कार के नीचे 12 किलोमीटर तक घसीटा जाता है और किसी को खबर भी नहीं लगती। हद तो यह है कि कार में बैठे 5 लड़कों में किसी को पता नहीं चला। इस मामले की जांच को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
नई दिल्ली: नए साल के पहले दिन दिल्ली के कंझावला में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आती है। कार में 5 लड़के सवार और एक स्कूटी को टक्कर मार दी। स्कूटी और लड़की दोनों कार के नीचे। आरोपी लड़की को 12 किलोमीटर तक घसीटकर ले गए। लड़की अपना दम तोड़ चुकी थी। अब इस कंझावला कांड को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस की ओर से जो थ्योरी पहले पेश की गई उस पर यकीन नहीं हो रहा है। इस केस में कई अनसुलझे सवाल हैं जिसका जवाब अभी मिलना बाकी है। दिल्ली पुलिस से इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी रिपोर्ट मांगी है। इस हादसे के बाद जो सीसीटीवी फुटेज सामने आई है उससे सवाल और भी गहरा गया है।
लड़की के शरीर पर पूरी तरह कपड़ा नहीं, यह कैसे
पुलिस के सामने आरोपियों ने जो कहा उस पर यकीन करना मुश्किल है। कुछ फॉरेंसिक एक्सपर्ट का कहना है कि 12 किलोमीटर तक लड़की को घसीटा गया उसके बाद उसके शरीर पर कपड़े का कोई न कोई टुकड़ा जरूर होना चाहिए था। पूरा कपड़ा बिना हाथ से उतारे ऐसा संभव नहीं है। वहीं निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि जो घटना हुई है वह गैंगरेप है। किसी तरह का कोई निशान नहीं मिले इसलिए जानबूझकर उसको गाड़ी के साथ घसीटा गया। पुलिस के सामने आरोपियों ने जो कहा वह पुलिस ने कैसे यकीन कर लिया।
गाड़ी के नीचे लड़की और किसी को पता भी नहीं चला
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने स्कूटी से टक्कर की बात को स्वीकार कर लिया है।आरोपियों का कहना था कि उन्हें नहीं पता था कि कार के नीचे कोई फंस गया है। 50 किलो के आसपास के वजन की लड़की गाड़ी के नीचे 12 किलोमीटर तक घसीटा जाता है और कार में बैठे 5 लड़कों में से किसी को पता नहीं चलता इस पर कोई कैसे यकीन करे। पुलिस ने भले ही आरोपियों को जल्द पकड़ लिया लेकिन उनके जवाब पर यकीन करना मुश्किल है। टक्कर के वक्त भी उनको पता चला होगा। कुछ दूर तक स्कूटी को भी घसीटा और पता नहीं चला आखिर कैसे।
2 बजे कैसे कैमरे में कैद हुई गाड़ी
घटना के कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं। कुछ चश्मदीद भी सामने आए हैं जिन्होंने बताया कि लड़की की हड्डियां बाहर दिखने लगी थीं। एक वीडियो में दिखाई देता है कि गाड़ी यूटर्न लेती है और लड़की का शव घिसटता जा रहा है। कुछ कुत्ते भौंकते हुए पीछे दौड़े भी, लेकिन कार में बैठे लोगों ने ब्रेक नहीं लिया। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या बलेनो कार में बैठे आरोपियों के साथ दूसरी गाड़ी में भी कोई था। आरोपी मुरथल में पार्टी कर के आ रहे थे तो हादसे की जगह रात 2 बजे कार सीसीटीवी में कैसे कैद होती है। पुलिस को इस सवाल का जवाब भी खोजना है।
हादसे की टाइमिंग को लेकर सवाल
हादसे की सीसीटीवी फुटेज के बाद कई सवाल और भी गहरा गए हैं। एक सवाल यह भी पैदा हो गया है कि यदि हादसा तीन बजे के आसपास हुआ तो रात को 2 बजे हादसे वाली जगह आरोपियों की गाड़ी क्या कर रही थी। पुलिस ने शुरू में बताया कि कॉल सुबह 3 बजकर 24 मिनट पर घसीटे जाने की आई। 4 बजकर के आसपास सड़क पर लाश पड़े होने की कॉल मिली। इसमें सवाल यह भी है कि हादसा 2 बजे ही हो गया था और बंपर में फंसी लाश के साथ आरोपी काफी देर तक घूमते रहे। इसके पीछे की वजह क्या कहानी है हादसा है या साजिश यह भी पुलिस को पता लगाना है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, सामने कई सवाल
कंझावला कांड में लड़की का पोस्टमार्टम सोमवार किया गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने लड़की का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम दिल्ली के मौलाना मेडिकल कॉलेज में किया गया। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जल्द सामने आ जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद कई सवालों पर से पर्दा भी उठ सकता है। रेप, हत्या या कुछ और कई सवाल जो इस वक्त सामने आ रहे हैं उसका जवाब रिपोर्ट आने के बाद शायद मिल जाए।