Deccan Queen Vistadome Coach : भारत की कुछ ट्रेनों में लगे विस्टाडोम कोचों की काफी तारीफ हो रही है। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी डेक्कन क्वीन ट्रेन के विस्टाडोम कोच की वीडियो शेयर की है। इस ट्रेन में कांच की छत है और यह प्लेन जैसा अनुभव देती है।
आनंद महिंद्रा ने कहा वे भी करेंगे सवारी
आनंद महिंद्रा ने ट्रेन के वीडियो के साथ लिखा, ‘ट्रेन के सफर की यादें हर भारतीय की आत्मा में बसी होती हैं। मेरे #sundayvibes में आज मुंबई से पुणे तक इस खूबसूरत नई ट्रेन की सवारी की योजना बनाना शामिल है।’ आनंद महिंदा ने जो वीडियो शेयर किया है, वह सिद्धार्थ बकारिया नाम के एक यूजर ने शेयर किया था। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘नयनाभिराम दृश्यों के साथ, घूम सकने वाली कुर्सियां, बढ़िया फूड और कांच की छतें! विस्टाडोम कोच ने ट्रेन के सफर में चार चांद लगा दिए।
यह है डेक्कन क्वीन में लगा विस्टाडोम कोच
आनंद महिंद्रा ने जो वीडियो शेयर की है, वह विस्टाडोम कोच (Vistadome Coach) की है। मध्य रेलवे जोन की चार ट्रेनों में विस्टाडोम कोच लगाया गया है। इनमें मुंबई-मडगांव जनशताब्दी, मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस और मुंबई-पुणे डेक्कन क्वीन ट्रेन शामिल हैं। ये डिब्बे बेहद खास हैं। इन डिब्बों में इको फ्रेंडली माड्यूलर टॉयलेट, 180 डिग्री तक घूमने वाली कुर्सियां और कांच की छत होती है। इस ट्रेन की कुर्सी पर बैठकर आप अच्छे से अपने पैर फैला सकते हैं। यहां सर्विस एरिया में फ्रिज और अवन भी होते हैं। डेक्कन क्वीन में एक विस्टाडोम कोच लगाया गया है।
विदेशी भी कर रहे तारीफ
भारतीय रेलवे के इन विस्टाडोम कोच की विदेशी भी तारीफ कर रहे हैं। इस कोच का वीडियो अमेरिका की सॉफ्टवेयर कंपनी सेल्सफोर्स के चीफ डिजिटल एवेंजलिस्ट वला अफशर ने भी ट्विटर पर शेयर किया है।
काफी पुराना है डेक्कन क्वीन का इतिहास
डेक्कन क्वीन की सेवाएं 1 जून 1930 को शुरू हुईं थी। डेक्कन क्वीन के नाम पर भारत की पहली सुपरफास्ट ट्रेन, पहली लंबी दूरी की बिजली से चलने वाली ट्रेन, वेस्टिब्यूल वाली पहली ट्रेन, पहली ट्रेन जिसमें केवल महिला कोच, पहली और अब केवल डाइनिंग कार वाली ट्रेन है। डेक्कन क्वीन पहली लक्जरी ट्रेन थी, जिसने मुंबई और पुणे के बीच व्यापार, वाणिज्य, व्यवसाय, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और सामाजिक संबंधों में बहुत योगदान दिया।