अब तीन साल बाद दुरुस्त होंगी पर्यटन स्थलों की सड़कें, कैबिनेट की बैठक में जाएगा मामला

माचल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सड़कों से जोड़े जाएंगे। प्रदेश में ऐसे 57 स्वास्थ्य केंद्र और संस्थान हैं, जहां सड़क नहीं है।

सड़क(सांकेतिक)

हिमाचल के पर्यटन स्थलों की सड़कों की टारिंग और मरम्मत अब पांच के बजाय तीन साल बाद होगी। लोक निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। विभाग ने पर्यटन स्थलों का चयन किया है। नियमों में संशोधन के लिए प्रस्ताव को कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा। सड़कों को चौड़ा करने के साथ दोनों किनारों पर फूल और पौधे लगाए जाएंगे। वाहनों को दुर्घटना से बचाने के लिए क्रैश बैरियर लगाने का भी प्रस्ताव है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और गुजरात और अन्य राज्यों से पर्यटक घूमने के लिए हिमाचल आते हैं। ये लोग धर्मशाला, शिमला, कुफरी, मशोबरा, नालदेहरा, कुल्लू, मनाली, चंबा और खज्जियार में जाते हैं। सैलानी नेशनल हाईवे और राज्य मार्गों से पर्यटन स्थलों में पहुंचते हैं। पर्यटन स्थलों के लिए कई संपर्क मार्ग ऐसे हैं, जिनकी हालत ठीक नहीं रहती है। हर साल बर्फ बारी के कारण सड़कों की हालत खराब हो जाती है। सरकार ने फैसला लिया है कि पर्यटन स्थलों के सभी संपर्क मार्ग दुरुस्त किए जाएंगे। उधर, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने कहा कि पर्यटक स्थलों की सड़कों को दुरुस्त करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब 3 साल में सड़कों की मरम्मत और टारिंग होगी।
सड़कों से जुड़ेंगे स्वास्थ्य संस्थान
हिमाचल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सड़कों से जोड़े जाएंगे। प्रदेश में ऐसे 57 स्वास्थ्य केंद्र और संस्थान हैं, जहां सड़क नहीं है। विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। लोक निर्माण विभाग को यह कार्य सौंपा जाएगा।