अब शहीद-ए-आजम भगत सिंह हवाई अड्डा कहलाएगा चंडीगढ़ एयरपोर्ट, नाम को लेकर जानिए क्या था विवाद

पीएम मोदी ने 25 सितंबर, 2022 को 'मन की बात' कार्यक्रम में घोषणा की कि चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम अब शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा. (File Photo)

पीएम मोदी ने 25 सितंबर, 2022 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में घोषणा की कि चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम अब शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा.

एस. सिंह/चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखने का ऐलान किया है. उन्होंने रविवार को अपने रेडिया कार्यक्रम ‘मन की बात’ में इसकी औपचारिक घोषणा की. लंबे समय से पंजाब सरकार चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने की मांग कर रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह ऐलान 28 सितंबर को मनाई जाने वाली भगत सिंह की जयंती से पहले किया है. इस हवाई अड्डे के नाम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था.

हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ इस मुद्दे पर बैठक भी की थी, जिसमें नाम को लेकर दोनों सरकारों के बीच सहमति बन गई थी. हालांकि, दुष्यंत चौटाला ने हवाई अड्डे के नाम में पंचकुला भी जोड़ने की सिफारिश की थी. लेकिन बाद में वह एक ही नाम पर सहमत हो गए थे. इस हवाई अड्डे के नामकरण को लेकर पंजाब और हरियाणा आमने-सामने रहे हैं. चूंकि इसके निर्माण में केंद्र के साथ पंजाब और हरियाणा दोनों सरकारों की भागीदारी रही है.

केंद्र सरकार फिलहाल इस हवाई अड्डे को चंडीगढ़ एयरपोर्ट की ही संज्ञा देती आई है, जबकि पंजाब सरकार इसे मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताती रही है. गौरतलब है कि वर्ष 2007 में भगत सिंह के जन्म शताब्दी समारोह पर पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नामकरण शहीद-ए-आजम भगत सिंह करने का ऐलान किया था. जबकि हरियाणा सरकार इस हवाई अड्डे का नाम मंगलसेन के नाम पर रखना चाहती थी. यह विवाद लंबे समय से जारी था. इस नाम पर पंजाब और हरियाणा के बीच कभी सहमति नहीं बन सकी थी.

यह मामला पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायालय तक पहुंचा था. अदालत ने दोनों राज्य की सरकारों से मुद्दे को आपसी सहमति से सुलझाने के निर्देश दिया था. दोनों राज्य की सरकारें चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम बदलने पर सहमत तो थीं और इसके लिए पंजाब व हिरयाणा की विधानसभाओं में प्रस्ताव भी पारित किए गए. लेकिन नाम क्या होगा इसको लेकर सहमति नहीं बन पा रह थी. यह भी उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार देश के 13 हवाई अड्डों का नामकरण करने का ऐलान कर चुकी है. बहरहाल, पीएम मोदी के इस ऐलान से सभी अटकलों को विराम लग गया है.