दिवाली हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। पूरे देश में दिवाली के त्योहार को बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में रह रहे हिंदू भारतीय दिवाली के त्योहार को मनाते हैं। अमेरिका में भी भारी संख्या में भारतीय रहते हैं, इसी को देखते हुए अमरीकी सांसद ग्रेस मेंग ने दिवाली के दिन छुट्टी घोषित करने का विधायक पेश किया है। उम्मीद जताई जा रही है जल्द ही अमरीकी संसद इस विधेयक को मंजूरी दे सकती है। मंजूरी के बाद अमरीका में दिवाली के दिन आधिकारिक अवाकाश घोषित हो जाएगा। अमरीका के इस विधेयक का वहां रहने वाले सभी समुदाय के लोगों ने स्वागत किया है।
सांसद मेंग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे दिवाली के होलीडे की शुरुआत की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, मेरा विधेयक जो दिवाली को एक फेडरल हॉलीडे बना देगा। मेरे सभी सरकारी सहयोगियों और कई अभिवक्ताओं को धन्यवाद, जिन्होंने अपना समर्थन व्यक्ति किया।
उन्होंने कहा कि दीपावली दिवस अधिनियम को संसद और राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो दीपावली के दिन होने वाला अवकाश अमेरिका में 12वां सरकारी अवकाश होगा। मेंग ने प्रतिनिधि सभा में विधेयक पेश करने के तुरंत बाद वर्चुअल न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दीपावली दुनिया भर के अरबों लोगों और क्वींस, न्यूयॉर्क और अमेरिका में अनगिनत परिवारों और समुदायों के लिए साल के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है।
अमेरिकी सांसद ने कहा, ““क्वींस में दीपावली समारोह एक अद्भुत समय है और हर साल यह दिन इतने सारे लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। अमेरिका की ताकत विविध अनुभवों, संस्कृतियों और समुदायों से है। माई दीपावली दिवस अधिनियम इस दिन के महत्व पर सभी अमेरिकियों को शिक्षित करने और देश की विविधता और इस जश्न को मनाने की दिशा में एक कदम है। मैं कांग्रेस के माध्यम से इस विधेयक के पास होने के लिए कापी उत्सुक हूं।” मेंग ने अपने गृहनगर न्यूयॉर्क शहर में दीपावली के दिन स्कूल की छुट्टी करने पर भी जोर दिया है। इस विधेयक को सदन में 14 सदस्यों ने रखा जिनमें से 13 डेमोक्रेट्स और एक रिपब्लिकन सदस्य है।
विधेयक का समर्थन करने वाले संगठनों में भारतीय प्रवासी परिषद, सिख गठबंधन, दलित अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय आयोग, भारत-कैरेबियन गठबंधन, एशियाई प्रशांत अमेरिकियों की राष्ट्रीय परिषद (एनसीएपीए), ओसीए-एशियाई प्रशांत अमेरिकी अधिवक्ता, एशियाई अमेरिकी संघ (एएएफ), राष्ट्रीय एशियाई प्रशांत अमेरिकन बार एसोसिएशन, द सिख कल्चरल सोसाइटी, हिंदू टेम्पल सोसाइटी ऑफ़ नॉर्थ अमेरिका, हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स और कोलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका एंड एशियन अमेरिकंस एडवांसिंग जस्टिस शामिल हैं।