शिमला, 21 फरवरी : सुक्खू सरकार ने मंगलवार को हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया है। करीब दो माह पहले अनियमितताओं के चलते इसे निलंबित किया गया था। हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग अब कोई भर्ती नहीं करेगा। सभी तरह की भर्ती प्रक्रिया अब हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग देखेगा। जेओए आईटी पेपर लीक के बाद ये फैसले लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले 3 साल से हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों में भारी धांधली हुई। लाखों में पेपर लीक कर के बेचे गए। जांच करने के बाद यह निकलकर सामने आया है कि हमीरपुर चयन आयोग में भर्तियों में भारी गड़बड़ियां हुई। यहां तक कि ऐसे पेपर भी लीक हुए जिनके परिणाम अब आने हैं। मामले की जांच चल रही है। जो भी कर्मचारी व अन्य लोग इसमें संलिप्त हैं, उनपर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर चयन आयोग के सभी कर्मचारी दूसरे विभागों में भेजे जाएंगे। जब तक जांच पूरी नहीं होती, भर्ती प्रक्रिया हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ही देखेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में ऊपर से लेकर नीचे तक आयोग में कर्मचारियों व अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई है। आगे जांच के बाद राष्ट्रीय स्तर की भर्ती एजेंसी के माध्यम से हिमाचल प्रदेश भर्तियां करवाई जाएंगी।