मोपा एयरपोर्ट को नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने लाइसेंस दे दिया है.
नई दिल्ली. गोवा जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. अब गोवा को बेहतर एयर कनेक्टिविटी मिलेगी. अगले दो महीनों में गोवा में एक और हवाई अड्डा चालू हो सकता है. मोपा एयरपोर्ट को नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने लाइसेंस दे दिया है. इस एयरपोर्ट का निर्माण जीएमआर कंपनी कर रही है. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर बन रहे इस हवाई अड्डे पर बड़े विमान भी लैंड कर पाएंगे. गोवा में पहले से ही मोरमुगाओ शहर के डाबोलिम में एक हवाई अड्डा है.
मोपा हवाई अड्डे का निर्माण सरकार चार चरणों में पूरा करवा रही है. पहले चरण में सरकार का लक्ष्य है कि इसकी वार्षिक यात्री क्षमता 50 लाख हो. इसके मद्देनजर इस एयरपोर्ट को तैयार किया जा रहा है. एयरपोर्ट निर्माण पर 3000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. गोवा का नया हवाई अड्डा उत्तरी भाग में पंजिम से लगभग 35 किलोमीटर दूर है. मोपा हवाई अड्डे पर बीते 5 सितंबर को टेस्ट फ्लाइट उतरी थी.
बड़े विमान भी उतर सकेंगे
गोवा में फिलहाल एक ही एयरपोर्ट है और यह भी आकार के हिसाब से छोटा है. नया मोपा एयरपोर्ट अधिक यात्रियों को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है. साथ ही इसे बड़े यात्री विमानों के उतरने के लिए बनाया जा रहा है. इस एयरपोर्ट की बिल्डिंग इंटिग्रेटिड पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग होगी. ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा के इस दूसरे एयरपोर्ट का उद्घाटन आने वाले 2 महीने के अंदर करेंगे.
दोनों एयरपोर्ट से उड़ेंगे विमान
नए एयरपोर्ट के शुभारंभ को लेकर इंडिगो ने बयान जारी करके कहा है कि वो दोनों एयरपोर्ट से अपने विमानों का संचालन करेगी. पहले की तरह डाबोलिम एयरपोर्ट से भी उड़ान भरी जाएंगी साथ ही मोपा एयरपोर्ट से भी उसकी सेवाएं मिलेंगी.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मोपा एयरपोर्ट के शुरू होने से गोवा के पर्यटन सेक्टर को काफी फायदा होगा. गोवा के लिए बेहतर एयर कनेक्टिविटी होने से ज्यादा संख्या में पर्यटक देश के इस खूबसूरत राज्य में आएंगे. गोवा की अर्थव्यवस्था मुख्यत: पर्यटन पर ही टिकी है. 5 सितंबर को टेस्ट फ्लाइट उतरने के अवसर पर हुए समारोह को संबोधित करते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि इस एरपोर्ट के निर्माण होने से दो से तीन साल के भीतर दो लाख रोजगार पैदा होंगे.