अब यूक्रेन में सिर्फ 58 हिमाचली, सदन में बोले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, परिवारों के संपर्क में

यूक्रेन में फंसे हिमाचल के बच्चों को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को फिर से विधानसभा में वक्तव्य दिया। यह उनका तीसरा वक्तव्य था। उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार से मिली ताजा जानकारी से सदन को अवगत करवाना चाहते हैं। यूके्रन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए पड़ोसी देशों से आपरेशन गंगा के तहत कॉमर्शियल और भारतीय वायुसेना के विमानों की उड़ानें चल रही हैं। इस संदर्भ में प्रदेश सरकार ने पूर्ण संवेदनशीलता से विदेश मंत्रालय और यूके्रन तथा पड़ोसी देशों में फंसे छात्रों और उनके परिवारों के संपर्क में है।

अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार प्रदेश के 410 छात्र सकुशल वापस लौट चुके हैं, लेकिन अब भी 58 छात्र यूके्रन या पड़ोसी देशों में हैं। इनकी वापसी के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। विदेश मंत्रालय से मिली सूचना के अनुसार यूक्रेन के पूर्वी भाग में रूस की सीमा के पास स्थित खारकीव से सभी भारतीय अब निकल चुके हैं, लेकिन सूमी शहर में अभी भी भारतीय छात्र फंसे हैं जिन्हें निकालने के लिए विदेश मंत्रालय यूक्रेन और रूस दोनों देशों के संपर्क में है।

परिजनों के छलके आंसू

बिलासपुर। यूक्रेन से अपने देश पहुंचने के लिए छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। 800 किलोमीटर सफर अपने रिस्क पर ही तय करना पड़ा। इसके बाद हंगरी बॉर्डर पहुंचने के बाद राहत मिल पाई। यह कहना है कि यूक्रेेन से वापस लौटे झंडूता क्षेत्र के मलांगण गांव के भाई-बहन हिमांशु व गीतिका राणा का।