अब एनएच से सटे बाइपास की देखभाल करेगा पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई ने लोक निर्माण विभाग को सौंपा काम

केंद्र सरकार की इजाजत के साथ ही नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे बाइपास लोक निर्माण विभाग को सौंप दिए हैं। नेशनल हाई-वे को बाइपास कर रही तमाम सड़कों के रखरखाव का काम अब प्रदेश का लोक निर्माण विभाग करेगा। केंद्र सरकार से भी लोक निर्माण विभाग को इन मार्गों के सुधार के लिए बजट मिल गया है। बाइपास का सबसे बड़ा काम कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे में शुरू होने वाला है। यहां सुंदरनगर से मणिकर्ण, पंडोह और नेरचौक तक मार्ग पर लोक निर्माण विभाग अब मरम्मत कार्य पूरा करेगा। इसके साथ ही शिमला-मटौर नेशनल हाई-वे पर भी ब्रह्मपुखर से घाघस तक मार्ग को दुरुस्त करने का काम लोक निर्माण विभाग कर रहा है। यह नेशनल हाई-वे का मुख्य बाइपास है करीब 16 किलोमीटर के हिस्से में सड़क की हालत काफी खराब है।

यहां से गुजरने वाले वाहनों को भारी गड्ढों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, नेशनल हाई-वे अथारिटी इस समय राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन में बदलने के लिए प्रयासरत है, लेकिन मुख्य मार्ग से जुड़े तमाम बाइपास इससे छिटक रहे हैं। तीसरा सबसे बड़ा काम कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर शुरू होने वाला है। यहां शोघी-मैहली मार्ग की मरम्मत के साथ ही शिमला-रामपुर नेशनल हाई-वे पर आईएसबीटी से खलिणी-मैहली-भठ्ठाकुफर तक नेशनल हाई-वे की मरम्मत अब लोक निर्माण विभाग ही करेगा। नेशनल हाई-वे के इन तमाम बाइपास की जिम्मेदारी मिलते ही लोक निर्माण विभाग ने टेंडर का काम छेड़ दिया है। आगामी दो से तीन दिन में प्रदेश के तीनों बड़े नेशनल हाई-वे के इन बाइपास पर लोक निर्माण विभाग की गतिविधियां नजर आने वाली हैं। (एचडीएम)

मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद कार्रवाई

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने सड़कों की खस्ताहालत पर चिंता जताई थी और विभाग को जल्द से जल्द इन मार्गों की दशा सुधारने के आदेश जारी किए थे। इस दौरान लोक निर्माण विभाग अधिकारियों को गड्ढे न भरने की सूरत में कार्रवाई को तैयार रहने के भी आदेश जारी किए हैं। इसके बाद अब प्रधान सचिव की अगवाई में सड़कों की लगातार समीक्षा हो रही है ।

एनएचएआई से मिली मंजूरी

लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुभाशीष पंडा ने बताया कि नेशनल हाई-वे अथारिटी से लोक निर्माण विभाग ने बाइपास सड़कों की मरम्मत का कार्य मांगा था। क्योंकि इन सड़कों की मरम्मत नहीं हो पाई थी। इसके बाद अब एनएचएआई ने सड़कों की मरम्मत की स्वीकृति दे दी है और इसके लिए बजट भी जारी हो गया है। आगामी एक या दो दिन में इन सड़कों की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद मरम्मत और रखरखाव का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए हैं।