‘सोशल मीडिया पर न्यूड फोटो से की गई छेड़छाड़’, पुलिस के सामने रणवीर सिंह ने किया दावा!

रणवीर सिंह के विवादित फोटोशूट के चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थीं. (फोटो साभार: Instagram@ranveersingh)

रणवीर सिंह के विवादित फोटोशूट के चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थीं.

मुंबई. रणवीर सिंह न्यूड फोटोशूट मामले को लेकर लगातार खबरों में हैं. अब मामले में एक नया मोड़ आ गया है. एक्टर के अनुसार, उनके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गईं सात तस्वीरों में एक तस्वीर उनके पोस्ट का हिस्सा नहीं थी. उनकी एक फोटो को किसी ने मॉर्फ किया है और फोटो से छेड़छाड़ की गई है. फोटो में उन्हें जिस तरह से दिखाया गया है, उसे उस तरह शूट नहीं किया गया था.

गौरतलब है कि रणवीर सिंह ने मैगजीन के लिए जो फोटोशूट करवाया उसके 7 फ़ोटोज भी उन्होंने पुलिस को अपना बयान दर्ज करवाते हुए मुहैया करवाये है जिसने उन्होंने उस एक फोटो के लेकर साफ तौर पर इनकार किया, जिसमे उनके प्राइवेट पार्ट विजीबल दिखे है. एक्टर के मुताबिक ये फोटो फोटोशूट का हिस्सा था ही नहीं था. तस्वीर के साथ पूरी तरह से छेड़छाड़ गई है.

पुलिस को दिए बयान में रणवीर सिंह ने दावा किया कि खास तस्वीर उनके जरिए अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड की गई सात तस्वीरों का हिस्सा नहीं थी. अपने बयान में उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर शेयर की गईं तस्वीरों में से एक, जिसके बारे में न्यूयॉर्क स्थित पेपर मैगजीन के लिए रणवीर सिंह के ‘न्यूड फोटोशूट’ का हिस्सा होने का दावा किया गया था, जिसमें उनके निजी अंग कथित रूप से दिखाई दे रहे थे, वो मॉर्फ्ड यानी उनसे छेड़छाड़ की गई है और उनकी नहीं है.’  रणवीर ने 29 अगस्त को दर्ज अपने बयान में मुंबई पुलिस को ये अहम जानकारी दी है.

गौरतलब है कि जिस तस्वीर को रणवीर सिंह ने मॉर्फ्ड बताया है, उसी तस्वीर के जरिए मुंबई पुलिस ने 26 जुलाई को रणवीर सिंह के खिलाफ अश्लीलता के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. अब  रणवीर सिंह के पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक फोटोशूट के दौरान उन्होंने अंडरवेयर पहन रखी थी.

फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजी गईं तस्वीरें
सूत्रों के अनुसार, रणवीर के बयान के बाद पुलिस ने अब ये कन्फर्म करने के लिए इस तस्वीर को फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी में भेज दिया है. जहां ये पता चल सकेगा कि तस्वीर से छेड़छाड़ की गई है या नहीं. अगर ये पता चलता है कि तस्वीर से छेड़छाड़ की गई है, तो रणवीर सिंह को क्लीन चिट मिलने के सबसे अधिक चांस हैं, क्योंकि एफआईआर इस आधार पर दर्ज की गई थी कि एक तस्वीर में उनके निजी अंग दिखाई दे रहे थे.

सूत्रों के मुताबिक रणवीर सिंह द्वारा इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड की गईं तस्वीरें अश्लीलता की परिभाषा में नहीं आती हैं, क्योंकि उन तस्वीरों में उनके निजी अंग दिखाई नहीं दे रहे हैं.