सरकारी स्कूल में पौष्टिकता से भरपूर मिड-डे-मील, छात्रों-शिक्षकों ने मिलकर उगाई सब्जियां

घुमारवीं, 04 अक्टूबर : मन में कुछ करने की चाह हो, तो कुछ भी असंभव नहीं। कड़ी मेहनत और लगन से बंजर जमीन पर भी सोना निकल आता है। जी हां! मेहनत की यह कहानी लिखी गई है बिलासपुर की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जेजवीं में। जहां मिड-डे-मील की गुणवत्ता, पौष्टिकता, स्वादिष्टता बनाए रखने के लिए किचन गार्डनिंग का अनूठा प्रयोग हो रहा है। बंजर भूमि पर उगा सब्जियों का बगीचा पाठशाला में प्रधानाचार्य रेखा शर्मा की देखरेख में बंजर जमीन पर एनएसएस के विद्यार्थियों, अध्यापकों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा खाली समय में निराई व गुड़ाई की जाती है। प्रधानाचार्य ने क्यारियों में डालने के लिए स्वेच्छा से विद्यार्थियों को अपने घर से एक-एक किलो देसी गोबर खाद व बीज लाने के लिए प्रेरित किया। परिणामस्वरूप इस समय पाठशाला परिसर में घीया, भिंडी, बैंगन, लौकी, तोरी, शिमला मिर्च, टमाटर, हरी मिर्च, पुदीना तथा धनिया की फसल लहलहा रही है।

कुछ दिनों बाद इन क्यारियों में अदरक, घंडियाली की अच्छी फसल होने की संभावना है व पालक, सरसों, मेथी, धनिया की बिजाई कर दी गई है। परिसर में कद्दू,घीया तथा लौकी की बेलें अपने यौवन पर हैं। पाठशाला प्रधानाचार्या रेखा शर्मा ने बताया कि इन सब्जियों का प्रयोग बच्चों के लिए मिड-डे-मील में किया जाता है। पोषण माह को व्यावहारिकता के रूप में मनाया जाता है। पाठशाला का यह प्रयास है कि बच्चों को शुद्ध, गुणवत्तापूर्ण, पौष्टिक तथा स्वादिष्ट भोजन मिले।