मंडी. कोरोना जैसी महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा चलाया गया टीकाकरण अभियान अब लापता लोगों की तलाश का जरिया भी बनने लग गया है. आप सोचकर हैरान हो रहे होंगे कि आखिर कैसे? दरअसल कोरोना वैक्सीन ने मंडी जिला मुख्यालय के साथ लगते सदयाणा गांव की 22 वर्षीय नेहा को ढूंढने में अहम भूमिका निभाई.
नेहा पारिवारिक कारणों के चलते अपना घर छोड़कर कहीं चली गई थी. उसके पति मोनू ठाकुर ने 14 जुलाई 2022 को सदर थाना में नेहा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने नेहा को हर जगह तलाश करने की कोशिश की, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिला. डेढ़ महीने से मोनू का पूरा परिवार परेशानी में रहा और दो मासूम भी अपनी मां की राह ताकते रहे.
इस बीच गुरुवार सितंबर 2022 को मोनू के मोबाइल पर एक मैसेज आया. यह मैसेज कोविड वैक्सीनेशन को लेकर था, जिसमें लापता नेहा द्वारा कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने की जानकारी दी गई थी. नेहा ने यह वैक्सीन शिमला के टूटीकंडी स्थित हेल्थ सेंटर में लगाई थी.
मोनू इस मैसेज को लेकर पुलिस थाना पहुंचा और एसपी मंडी के निर्देश पर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पुरुषोतम धीमान ने तुरंत प्रभाव से टीम गठित करके शिमला भेजी, जहां नेहा एक ढाबे पर काम करती हुई मिली. इसके बाद पुलिस नेहा को अपने साथ वापिस मंडी ले आई और उसे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के कारण लापता का सही पता चल पाया और अब नेहा को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है.