सहरसा. बिहार के सहरसा जिले से पति-पत्नी के बीच का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां सरकारी नौकरी लगते ही एक पत्नी ने अपने पति को पहचानने से इनकार कर दिया है. अब पीड़ित पति न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है.
दरअसल यह पूरा मामला प्यार में साथ जीने और मरने के वादे के साथ एक दूसरे से शादी करने वाले हरप्रीति और मिथुन से जुड़ा हुआ है. सहरसा जिले का रहने वाले मिथुन का कहना है कि उसने हरप्रीति से प्यार हो जाने के बाद उसके शादी की लेकिन उसे नहीं पता था कि एक दिन उसकी पत्नी उसको पहचानने से इनकार कर देगी.
मिथुन के अनुसार उसकी पत्नी हरप्रीति की नौकरी बिहार पुलिस में हो गई है, जिसके बाद से वह उससे अलग हो गयी है और अब तो उसे पहचानने से भी मना कर रही है. अब ऐसे में परेशान होकर मिथुन समस्तीपुर एसपी के पास पहुंचा और पूरे मामले में उसे न्याय दिलाने की गुहार लगाई. मिथुन का कहना है कि दोनों सरकारी नौकरी कि तैयारी के दौरान एक दूसरे के करीब आए थे. उसने हरप्रीति को नौकरी दिलाने में उसकी काफी सहायता भी की थी.
दोनों ने मटेश्वर धाम मंदिर में की थी शादी’
इस संबंध में मिथुन ने बताया कि उसको मधेपुरा जिले के केदार घाट गांव की रहनेवाली लड़की हरप्रीति से प्यार हुआ था, जिसके बाद कई महीनों तक साथ साथ रहने के बाद दोनों ने परिवार की मर्जी के बाद सहरसा के मटेश्वर धाम मंदिर शादी रचा ली. शादी के बाद दोनों खुशी-खुशी जीवन जीने लगे. कुछ महीनों बाद हरप्रीति की नौकरी बिहार पुलिस में लग गयी. मिथुन का कहना है कि इसी बीच जब वह अपनी पत्नी से मिलने समस्तीपुर पहुंचा तो हैरान हो गया. उसकी पत्नी ने उसे पति मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद वह न्याय की गुहार के लिए एसएसपी कार्यालय पहुंचा.
मिथुन ने खर्च किए 14 लाख रुपये
वहीं मिथुन का कहना है कि नौकरी मिलने से पहले हरप्रीति ने उससे पैसे की डिमांड की, जिसके बाद उसने उसके पीछे 14 से 15 लाख रुपये खर्च कर दिए. लेकिन, जैसे ही हरप्रीति को बिहार पुलिस में नौकरी मिली उसने उसका साथ छोड़ दिया. बता दें, फिलहाल मिथुन की पत्नी हरप्रीति समस्तीपुर जिले के पटौरी थाने में तैनात है. वहीं मिथुन ने समस्तीपुर एसपी कार्यालय में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.