महासंघ अध्यक्ष के साथ क्रमिक अनशन पर बैठे ‘जोइया मामा’ का नारा देने वाले ओमप्रकाश

नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 13 अगस्त से चल रहे क्रमिक अनशन में मंगलवार को राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर तथा 3 मार्च को ‘जोइया मामा’ का नारा देने वाले कर्मचारी नेता ओमप्रकाश शामिल हुए।

क्रमिक अनशन पर बैठे 'जोइया मामा' का नारा देने वाले ओमप्रकाश।

पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिमला में नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 13 अगस्त से चल रहे क्रमिक अनशन में मंगलवार को राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर तथा 3 मार्च को ‘जोइया मामा’ का नारा देने वाले कर्मचारी नेता ओमप्रकाश शामिल हुए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने ओमप्रकाश का महासंघ का राज्य प्रवक्ता नियुक्त किया।  राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास एक माह का समय बचा है, ऐसे में जल्द पेंशन बहाली की अधिसूचना जारी की जाए। इस दौरान महासंघ के राज्य महासचिव भरत शर्मा व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं, ओम प्रकाश ने कहा कि कर्मचारियों को उम्मीद है कि इसी सरकार में ओपीएस का बहाली होगी।

उन्होंने कहा कि जोइया मामा नारे का राजनीतिकरण किया गया है, जबकि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं था। सीएम जयराम ने भी सिरमौर में भी कई जगह अपने आप को सिरमौर का मामा व जनता को भांजा कहकर संबोधित किया। गौरतलब है कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर 3  मार्च को बजट सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर हुए प्रदर्शन में पहाड़ी बोली में ‘जोइया मामा मानदा नहीं, कर्मचारी को शुणदा नेई’ का नारा देकर ओमप्रकाश चर्चा में आए थे। बाद में यह नारा इतना मशहूर हो गया कि विपक्ष से लेकर विभिन्न कर्मचारी संगठन इस नारे का विरोध-प्रदर्शन के दौरान इस्तेमाल करने लगे। सरकार ने ओमप्रकाश व अन्य शिक्षकों का तबादला तक कर दिया, लेकिन कोर्ट ने उन्हें राहत मिली।