डेढ़ दर्जन छोटे उद्योगों का बीबीएन से जम्मू पलायन, जानें वजह

बीबीएनआईए के अध्यक्ष राजेंद्र गुलेरिया ने बताया कि कई बड़े औद्योगिक घरानों ने बद्दी के साथ-साथ जम्मू में अपना कारोबार शुरू कर दिया है। वहां मिल रही जीएसटी, बैंक ब्याज दर में छूट और सस्ती जमीनों से उद्यमी आकर्षित हुए हैं।
 हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन से डेढ़ दर्जन से अधिक लघु उद्योग जम्मू पलायन कर गए हैं। वहीं इतने ही बड़े औद्योगिक घरानों ने बद्दी के साथ-साथ जम्मू में भी समानांतर अपने उद्योग लगा लिए हैं। पड़ोसी केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की ओर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर पूरी छूट दी गई है। इसके अलावा बैंक की ब्याज दर में तीन फीसदी तक छूट मिल रही है। यही नहीं, 30 फीसदी कैपिटल सब्सिडी भी मिल रही है। हालांकि यह रिबेट अभी 31 मार्च तक हिमाचल प्रदेश के उद्यमियों को भी मिलेगी। 

जम्मू में हिमाचल प्रदेश के मुकाबले जमीन भी बहुत सस्ती है। बीबीएन में एक हजार वर्ग मीटर जमीन के दाम 60 से 80 लाख रुपये हैं। इतनी ही जमीन जम्मू में 9 लाख रुपये में आसानी से मिल रही है। गोदरेज कंपनी ने बद्दी के साथ-साथ जम्मू में भी समानांतर अपना उद्योग स्थापित कर लिया है। इसके अलावा कीटनाशक तैयार करने वाली कंपनी रैकेट बैंकोईजर और बरोटीवाला स्थित ग्राबेल कंपनी ने अपने उद्योग अभी यहां तो नहीं छोड़े, लेकिन जम्मू में भी खोल लिए हैं। यही हाल फार्मा कंपनियों का भी है।

बद्दी की सनराइज फार्मा व जीएस फार्मा ने अपने उद्योग जम्मू में भी लगा लिए हैं। अन्य कई नामी कंपनियों ने जम्मू में निवेश करना शुरू कर दिया है। सऊदी अरब की तीन कंपनियां भी वहां निवेश कर रही हैं। बीबीएनआईए के अध्यक्ष राजेंद्र गुलेरिया ने बताया कि कई बड़े औद्योगिक घरानों ने बद्दी के साथ-साथ जम्मू में अपना कारोबार शुरू कर दिया है। वहां मिल रही जीएसटी, बैंक ब्याज दर में छूट और सस्ती जमीनों से उद्यमी आकर्षित हुए हैं। उद्योग संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित सिंगला ने बताया कि कई बड़े फार्मा उद्योगों ने जम्मू में निवेश शुरू कर दिया है। हालांकि उन्होंने बद्दी में भी कारोबार बंद नहीं किया है। लघु उद्योग भारती के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव कांसल ने भी यही बात कही।

विभाग के पास किसी भी उद्योग ने अपना कारोबार बंद करने का आवेदन नहीं किया है। अगर बिना पंजीकरण वाला उद्योग यहां से गया होगा तो उसके बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं है।