300 की ओपीडी ट्रेनी डॉक्टर के सहारे, 15 दिन से क्षेत्रीय अस्पताल में नहीं चाइल्ड स्पेशलिस्ट

क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में अब स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा चुकी है जिसका मुख्य कारण क्षेत्रीय अस्पताल में पिछले कई दिनों से चाइल्ड स्पेशलिस्ट ही नहीं है  जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इन दिनों बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाएं नहीं मिल रही है जिसके चलते अभिभावकों को प्राइवेट क्लीनिक में बच्चों का महंगा उपचार करवाना पड़ रहा है कहने को तो क्षेत्रीय अस्पताल में एक बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की सेवाएं मिल रही है लेकिन वह इन दिनों स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी में है ऐसे में 300 की ओपीडी ट्रेनी डॉक्टर के सहारे ही चल रही है ।क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में जिला सिरमौर सोलन सहित जिला शिमला के कुछ क्षेत्रों के मरीज भी उपचार करवाने पहुंचते हैं अस्पताल में रोजाना 1200 से 1500 के करीब  सभी ओपीडी रहती है जिसमें से करीब 250से 300 बच्चों की ओपीडी रोजाना की जाती है एक बाल रोग चिकित्सक को कार्य का अतिरिक्त बोझ पड़ता है एक और जहां उसे ओपीडी देखनी पड़ती तो वहीं दूसरी और वार्ड में भी जाना पड़ता है और रात के समय भी आपातकालीन सेवाएं देनी होती है और जब उन्हें छुट्टी जाना होता है तो विभाग के पास कोई दूसरा चिकित्सक नहीं है

मीडिया से बातचीत के दौरान एम एस सोलन डॉक्टर एस एल वर्मा ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में बाल रोग विशेषज्ञ स्वास्थ्य खराब होने की वजह से छुट्टी पर है एम एस सोलन ने सरकार से आग्रह किया है कि  अति शीघ्र जिला सोलन में बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किया जाए।