पटना. सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में पिछले तीन दिनों से जारी उपद्रव के कारण बिहार में अफरा तफरी का आलम है. खासतौर पर रेल उपद्रवियों का शिकार बना है. वहीं, कुछ युवाओं के उत्पात से आम जनजीवन भी खासा प्रभावित हुआ है.
तीन दिनों में सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक जाम किए गए दुकान से लेकर प्राइवेट गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. बड़ी संख्या में ट्रेनों के कोच में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. इस दौरान बिहार में बड़े स्तर पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. हालांकि, ये तस्वीर शनिवार को बिहार बंद के दौरान देखने को न मिले इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अहम निर्णय लिया है. ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने पटना समेत दूसरे जिलों में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की है.
एडीजी संजय सिंह ने बताया कि पैरामिलिट्री की तीन फोर्स की तैनाती करते हुए CRPF, RAF और SSB की कुल 10 कंपनियों को शांति व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी दी गई है. तैनात की गई अर्धसैनिक बलों में RAF की एक कंपनी, CRPF की तीन कंपनी और SSB की छह कंपनियां शामिल हैं. इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए बिहार पुलिस की स्पेशल आर्म्ड फोर्स BSAP की बटालियन को भी पटना समेत विभिन्न जिलों में मुस्तैद किया गया है. साथ ही सभी जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है.
शुक्रवार को बेकाबू हो गए थे हालात
गौरतलब है की शुक्रवार की सुबह 5 बजे से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूरे दिन देखने को मिलता रहा. दानापुर से लेकर समस्तीपुर तक उपद्रव जारी रहा. उपद्रवियो ने कई दुकानों समेत निजी वाहनों और ट्रेनों को अपना निशाना बनाया. वहीं इस उपद्रव पर पूरी तरह से काबू पाने में बिहार पुलिस और रेल पुलिस को करीब बारह घंटे का वक्त लगा.