बिझड़ी (हमीरपुर)। उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मेलों के दौरान प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु बाबा की पवित्र गुफा के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की ओर से प्रतिदिन हजारों की संख्या में राशि का दान किया जा रहा है। एक सप्ताह के भीतर ही मंदिर का चढ़ावा एक करोड़ के पार पहुंच चुका है।
सोमवार के दिन हुई चढ़ावे की गणना में 20 लाख 53 हजार 370 रुपये चढ़ावे के रूप में, जबकि दान के रूप में 10 लाख 17 हजार 322 रुपये प्राप्त हुए। इसी दिन मंदिर में बकरों की नीलामी भी की गई। जिससे 3 लाख 93 हजार 900 रुपये प्राप्त हुए। विदेशी मुद्रा की बात की जाए तो यूएसए डॉलर 4, यूएई के 20, कतर के 3, कनाडा के 335 डॉलर और अन्य विदेशी मुद्राओं में 10 यूरो के प्राप्त हुए। वहीं बहुमूल्य धातुओं सोना 4 ग्राम 500 मिलीग्राम और चांदी 185 ग्राम चढ़ावे के रूप में चढ़ाई गई है। महीना भर चलने वाले चैत्र मेलों में बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट को लगभग 5 करोड़ रुपये चढ़ावा चढ़ने की संभावना रहती है। इसके अलावा अगर मंदिर ट्रस्ट के खर्च की बात की जाए तो एक करोड़ रुपये वेतन राशि के रूप में स्टाफ को वितरित किया जाता है। और मंदिर ट्रस्ट के अधीन चल रहे डिग्री कॉलेज संस्कृत कॉलेज, मॉडर्न स्कूल हाई स्कूल, गोशाला के रखरखाव पर भी लाखों का खर्च आता है। वहीं लाखों रुपये श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से खर्च किए जाते हैं। मंदिर परिसर में 130 के लगभग अस्थायी तौर पर स्थायी कर्मचारी भी रखे हुए हैं जो कि दिन रात सेवा में लगे हुए हैं। मंदिर अधिकारी सुभाष ठाकुर ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट को चढ़ावे के रूप में करोड़ों रुपये हर साल प्राप्त होते हैं। जिसमें मंदिर ट्रस्ट की ओर से चलाए जा रहे शिक्षण संस्थान और श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने के उद्देश्य से लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं। ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।