सऊदी अरब का पिछलग्गू बना पाकिस्तान, अमेरिका की नाराजगी के बावजूद किया समर्थन, सस्ते तेल की चाह में पैर पर न मार ले कुल्हाड़ी

OPEC Plus Pakistan: ओपेक प्लस देशों ने हाल ही में क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती का फैसला किया है। ओपेक प्लस का नेतृत्व सऊदी अरब करता है। अमेरिका इस फैसले के बाद से सऊदी अरब से नाराज है। इस बीच पाकिस्तान ने बयान देकर कहा है कि वह सऊदी के फैसले के साथ खड़ा है।

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शहबाज शरीफ और मोहम्मद बिन सलमान।

इस्लामाबाद: ओपेक प्लस देशों ने क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती का फैसला किया है। इस फैसले के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ना तय है। खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रहे पाकिस्तान पर ये फैसला प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। पाकिस्तान को इस पर चिंता करनी चाहिए, लेकिन वह इस फैसले पर सऊदी अरब के साथ खड़ा है। ओपेक प्लस के क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती के कारण अमेरिका नाराज है, लेकिन फिर भी पाकिस्तान ने सऊदी अरब के समर्थन का बयान दिया है।

क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती पर सऊदी अरब की आलोचना हो रही थी। सऊदी अरब ने फैसले को लेकर कहा था कि ये उसके हितों के लिए जरूरी है। अब पाकिस्तान ने सऊदी अरब के समर्थन में बयान दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ओपेक प्लस के निर्णय के बाद किंगडम के खिलाफ दिए गए बयानों के मद्देनजर, पाकिस्तान सऊदी अरब के नेतृत्व के साथ एकजुटता व्यक्त करता है। हम आर्थिक चुनौती से लड़ने और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सऊदी अरब की चिंताओं की सराहना करते हैं।’

सऊदी अरब के साथ है भाईचारा
बयान में आगे कहा गया, ‘पाकिस्तान ऐसे मुद्दों पर रचनात्मक दृष्टिकोण और आपसी सम्मान के आधार पर संबंधों को तरजीह देता है। हम सऊदी अरब साम्राज्य के साथ लंबे समय से चले आ रहे स्थाई और भाईचारे के संबंधों की पुष्टि करते हैं।’ ओपेक प्लस तेल उत्पादन देशों का एक समूह है, जिसका नेतृत्व रूस और सऊदी अरब करते हैं। हाल ही में वैश्विक आर्थिक मंदी के डर और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतों में गिरावट से बचने के लिए ओपेक प्लस ने 20 लाख बैरल प्रति दिन की कटौती का फैसला किया है।

सस्ता तेल चाह रहा पाकिस्तान
ओपेक प्लस के फैसले पर अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें राष्ट्रपति बाइडेन ने सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की घोषणा की। जुलाई में बाइडेन ने तेल की आपूर्ति में वृद्धि पर जोर देने के अपने प्रयासों के तहत सऊदी अरब की यात्रा भी की थी। पाकिस्तान के बयान के अगर मायने निकालें तो वह सऊदी से सस्ता तेल या किसी तरह की मदद चाहता है। क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही भारत डिस्काउंट रेट पर रूस से क्रूड ऑयल ले रहा है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने अमेरिका में मंगलवार को कहा कि वह भारत की दर पर रूस से तेल खरीदने को तैयार हैं।