आईसीसी में बीसीसीआई से भिड़ने को तैयार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, आईपीएल को ज्यादा अहमियत मिलने से नाराज

रमीज राजा ने कहा कि पाकिस्तान भारत से खेलने का इच्छुक है, लेकिन दो पड़ोसियों के बीच राजनीतिक समीकरण अभी भी बाधा बनी हुई है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अध्यक्ष रमीज राजा आईपीएल को ज्यादा अहमियत मिलने से नाराज हैं।

पीसीबी प्रमुख रमीज राजा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने 14 जून को कहा था कि अगले वर्ष से आईपीएल को आईसीसी की ओर से आधिकारिक ढाई माह की विंडो मिलने जा रही है, जिससे सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर इस लीग का हिस्सा होंगे। इस पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) नाराज है। पीसीबी ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सामने उठाने का फैसला किया है।
पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने कहा कि आईसीसी के अगले सम्मेलन में इस मुद्दे को उठाया जाएगा। राजा ने शुक्रवार को लाहौर में मीडिया कांफ्रेंस के दौरान कहा, “आईपीएल विंडो को बढ़ाने पर अभी तक कोई घोषणा या निर्णय नहीं हुआ है। मैं इस मुद्दे पर आईसीसी सम्मेलन में अपनी राय दूंगा। मेरी बात स्पष्ट है कि अगर विश्व क्रिकेट में ऐसा कोई विकास होता है जिससे हमें नुकसान होगा तो हम उसका विरोध जोरदार तरीके से करेंगे। आईसीसी में अपनी बात मजबूती से रखेंगे।”

जय शाह ने क्या कहा था?
जय शाह समाचार एजेंसी पीटीआई को यह भी बताया था कि लीग को आगे से दो चरणों में कराए जाने की योजना पर पर भी काम हो रहा है। इसके लिए सभी हिस्सेदारों से बातचीत चल रही है। आईसीसी का अगला फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) 2024 से 2031 तक का होगा। पीसीबी को लगता है कि इस मामले पर चर्चा की जरूरत है। पीसीबी के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ”आईसीसी बोर्ड की बैठक जुलाई में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान होगी और इस मामले पर वहां चर्चा होगी।’
रमीज राजा और सौरव गांगुली
भारत से सीरीज खेलने पर रमीज राजा क्या बोले?
रमीज राजा ने यह भी कहा कि पाकिस्तान भारत से खेलने का इच्छुक है, लेकिन दो पड़ोसियों के बीच राजनीतिक समीकरण अभी भी बाधा बनी हुई है। राजा ने कहा, “मैंने इस पर सौरव (गांगुली) से इतर बात की है और मैंने उनसे कहा कि वर्तमान में तीन पूर्व क्रिकेटर अपने क्रिकेट बोर्ड का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर वे कोई फर्क नहीं डाल सकते हैं तो कौन करेगा?”

उन्होंने कहा, ”गांगुली ने मुझे पिछले साल आईपीएल फाइनल में भाग लेने के लिए दो बार आमंत्रित किया था और इस साल क्रिकेट के लिहाज से जाना समझ में आया, लेकिन फिर मौजूदा स्थिति के कारण हमें निमंत्रण स्वीकार करने के नतीजों पर ध्यान देना पड़ा।”

2012 के बाद से नहीं हुई द्विपक्षीय सीरीज
2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद से पहले सीजन के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल की नीलामी में शामिल नहीं किया गया है। कई पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन में भाग लिया था, लेकिन तब से उन्हें लीग का हिस्सा नहीं बनाया गया। साथ ही 2012 के बाद से बीसीसीआई ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है।