Islamic Rules for Nikah : पाकिस्तान में एक शख्स शादियों का शतक लगाना चाहता है। करीब 60 साल के इस शख्स ने चार बच्चियों से शादी की है। इससे पहले भी यह 22 महिलाओं से निकाह कर उन्हें छोड़ चुका है। इसका कहना है कि यह उसका शौक है।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक बुजुर्ग का सपना शादियों की ‘सेंचुरी’ लगाना है। उसका कहना है कि वह 100 शादियां करना चाहता है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए वह अब तक कई शादियां कर भी चुका है। शख्स 22 महिलाओं से शादी कर उन्हें तलाक दे चुका है और सभी से उसे एक-एक बच्चा है। कुल मिलाकर वह 22 बच्चों का पिता है। ‘पाकिस्तान अनटोल्ड’ के एक वीडियो में वह अपनी पत्नियों के बारे में बताता नजर आ रहा है। इस वीडियो में उसके साथ उसकी चार ‘नई पत्नियां’ भी देखी जा सकती हैं जो अभी बच्चियां हैं। उसने बताया कि वह इन चारों को भी छोड़ देगा। एक बच्ची बताती है कि उसने यह शादी इसलिए की क्योंकि उसकी मां चाहती थीं। हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है।
रिपोर्टर से बातचीत में पाकिस्तानी शख्स बताता है कि उसके 22 बच्चे हैं और अब तक वह 22 पत्नियों को तलाक दे चुका है। वीडियो के अनुसार उसने हाल ही में चार बच्चियों के साथ शादी की है और वह कहता है कि ‘आने वाले समय में इनके भी बच्चे होंगे’। 60 साल के शख्स ने बताया कि पिछली 22 पत्नियों को उसी ने तलाक दिया है। बदले में उसने हर पत्नी को एक-एक घर और खर्चा दिया है। उन सभी पूर्व पत्नियों का एक-एक बच्चा है। रिपोर्टर ने जब पूछा कि क्या आपको यह करना ठीक लगता है? उसका जवाब काफी हैरान करने वाला था।
‘100 शादियों का है सपना’
शख्स ने कहा, ‘यह मेरा शौक है, मैं 100 शादियां करना चाहता हूं।’ उसके मुताबिक यह इस्लामिक नियमों के हिसाब से भी गलत नहीं है। रिपोर्टर ने पूछा कि क्या आप बच्चे पैदा होने के बाद अपनी 22 पूर्व पत्नियों की तरह इन बच्चियों को भी तलाक दे देंगे? उसने हामी भरते हुए बताया कि इसके लिए ये बच्चियां और इनकी मांएं भी मान गई हैं। उसने कहा, ‘मैं जिससे भी शादी करता हूं, उसका हक नहीं मारता। वे पहले राजी होती हैं कि मैं उनके साथ इतने समय तक रहूंगा और फिर छोड़ दूंगा। इसमें कोई बुराई नहीं हैं।’
पाकिस्तान का ‘सबसे बड़ा परिवार’
पिछले साल पाकिस्तान में अब्दुल मजीद नाम के एक शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उसकी छह पत्नियां थीं और 54 बच्चे थे। अब्दुल का परिवार ‘पाकिस्तान के सबसे बड़े परिवारों’ में से एक था। इतना बड़ा परिवार ही उनकी गरीबी का कारण बना। अब्दुल ट्रक ड्राइवर थे लेकिन इससे उनका घर नहीं चलता था। 75 साल के अब्दुल अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए मौत से पांच दिन पहले भी ट्रक चला रहे थे।