नई दिल्ली. 10 महीने बाद भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीम फिर आमने-सामने होंगी. वेन्यू वही है, जहां पिछली बार दोनों टीमों की टक्कर हुई थी. तब पाकिस्तान ने इतिहास बदला था. पहली बार उसने भारत को वर्ल्ड कप में शिकस्त दी थी. हार भी ऐसी कि फैंस तो ठीक, टीम इंडिया भी आज तक उसका दर्द नहीं भूली है. एक दिन पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने यही बात कही थी. लेकिन, अब नई शुरुआत है. दोनों ही टीमें जीत के रथ पर सवार होकर एशिया कप में पहुंचीं है. ऐसे में टक्कर जबरदस्त होने की पूरी उम्मीद है. लेकिन, पाकिस्तान की परेशानी यह है कि उसकी ताकत ही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. यह बात टीम इंडिया को भी पता है. ऐसे में टीम इंडिया की जीत का रास्ता, पाकिस्तान की ताकत पर तगड़ा प्रहार करने से निकलेगा.
अब आपको बताते हैं कि पाकिस्तान की ताकत क्या है, जो उसकी कमजोरी भी है. दरअसल, पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उसकी बल्लेबाजी है. इसमें भी टॉप-3 बल्लेबाजों पर पाकिस्तान की पूरी बल्लेबाजी टिकी है. ऐसे में अगर पाकिस्तान के टॉप-3 बल्लेबाजों का भारत ने जल्दी शिकार कर दिया तो फिर मैच पर शिकंजा कसते देर नहीं लगेगी. अब सिलसिलेवार तरीके से पाकिस्तान की ताकत के बारे में जानते हैं, जो उसकी कमजोरी भी साबित हो सकती है.
पाकिस्तान के टॉप-3 ने 67 फीसदी रन बनाए
पिछले साल हुए टी20 वर्ल्ड कप से पाकिस्तान के टॉप-3 बल्लेबाजों यानी बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और फखर जमां की तिकड़ी ने टी20 में मिलकर पाकिस्तान के 67.5 फीसदी रन बनाए हैं. इस अवधि में इन तीनों बल्लेबाजों ने इंटरनेशनल टी20 में पाकिस्तान के लिए 72 फीसदी गेंद खेली है. यानी ज्यादातर मुकाबलों में यही तीन बल्लेबाज सबसे ज्यादा वक्त तक क्रीज पर रहे हैं और लाजमी है कि पाकिस्तान की हालिया सफलता में भी इन्हीं तीनों का ही हाथ है. ऐसे में अगर भारतीय गेंदबाजों ने इस तिकड़ी को सस्ते में समेट दिया तो फिर बड़ा काम हो जाएगा.
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