4 मई को ब्रेन स्ट्रोक के कारण अस्पताल में करवाया गया था भर्ती
हिमाचल में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पंडित सुखराम (Pandit Sukh Ram) का निधन हो (Passed Away) गया। उन्होंने बीती रात करीब डेढ़ बजे दिल्ली स्थित एम्स में अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि बीती रात को उन्हें फिर से दिल का दौरा पड़ा, जिस कारण उनका देहांत हो गया। इससे पहले 9 मई की रात को भी उन्हें दिल का दौरा पड़ने के कारण लाईफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। बीती रात को फिर से दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका देहांत हो गया। उनके पोते आश्रय शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दादा के देहांत की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है “अलविदा दादा जी, अब नहीं बजेगी टेलिफोन की घंटी।
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार आज पंडित सुखराम की पार्थिव देह को दिल्ली से मंडी लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि सलापड़, सुंदरनगर, नाचन और बल्ह सहित मंडी सदर में बड़ी संख्या में लोग पंडित सुखराम को श्रद्धांजलि देने के लिए सड़कों पर उमड़ेंगे। कल सुबह 11 बजे पंडित सुखराम की पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर रखा जाएगा, जिसके बाद हनुमानघाट स्थित शमशानघाट पर उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। पंडित सुखराम के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में नेताओं के पहुंचने का अनुमान है।
बता दें कि पंडित सुखराम को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में भर्ती करवाया गया था। यहां उनकी हालत गंभीर देखते हुए डाक्टरों ने इनका इलाज दिल्ली के एम्स में करवाने की सलाह दी। जिसके बाद पंडित सुखराम को सरकारी हेलीकाप्टर के माध्यम से दिल्ली एम्स में भर्ती करवाया गया। एम्स के डाक्टरों का कहना था कि सुखराम धीरे धीरे ठीक हो रहे थे, लेकिन इसी बीच उन्हें हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उन्हें वेंटीलेटर पर रख दिया गया।