सोलन में जहाँ एक और लोग कोरोना से परेशान है वहीँ सोलन के सरकारी अस्पताल के आस पास रह रहे लोग मानसिक परेशानी से हो कर गुजर रहे है | इनकी परेशानी का सबसे बड़ा कारण है सोलन अस्पताल का डेड हाउस है | इस डेड हाउस में आज कल उन शवों को भी रखा जाता है जिनकी मौत कोरोना से हुई है | आस पास के लोग इसी बात से चिंतित है और उन्हें डर सता रहा है कि कहीं उन शवों से आस पास के रह रहे लोग कहीं संक्रमित न हो जाएं | क्षेत्र वासिओं ने कहा कि जब भी कोई शव आता है तो काफी समय के लिए वह सड़क किनारे पड़ा रहता है और जब संबंधित कर्मचारी आते है तब शव को डेड हाउस में भेजा जाता है | इस लिए वह चाहते है कि यहाँ की व्यवस्था को दरुस्त किया जाए और आस पास के क्षेत्र को सैनेटाइज़ भी किया जाए |
अधिवक्ता मनु शर्मा ने रोष जताते हुए कहा कि आज कल कोरोना संक्रमण से जिनकी मौत हो जाती है उन्हें डेड हाउस में रखा जाता है | उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से उन्हें कोई एतराज नहीं है | लेकिन शव रखने के बाद डेड हाउस में लगे एग्ज़ॉस्ट फैन को चला दिया जाता है | इस फैन का मुँह घरों की ओर है इस लिए लोग दहशत में क्योंकि एग्ज़ॉस्ट फैन के माध्यम से निकलने वाली हवा संक्रमण फैला सकती है | उन्होंने कहा कि वह इस बारे में वार्ड पार्षद शैलेन्द्र गुप्ता और संबंधित अधिकारियों को वह सूचित कर चुके है | वह चाहते है कि डेड हाउस का एग्ज़ॉस्ट फैन किसी भी सूरत में न चलाया जाए |