पैंथर की दहशत: कोटा में 3 घंटे तक मचाए रखा हड़कंप, घर के किचन में घुसकर स्लैब पर सो गया

कोटा के एक घर की रसोई में सो रहा पैंथर.

कोटा के एक घर की रसोई में सो रहा पैंथर.

कोटा. कोचिंग सिटी कोटा में एक पैंथर (Panther) ने ऐसा कोहराम मचाया कि तीन घंटे तक शहरवासियों की सांसें अटकी रही. इस पैंथर ने तीन चार लोगों पर हमला कर उनको घायल किया दिया. उसके बाद एक घर में घुस गया. पैंथर घर की किचन में स्लैब पर पड़े गैस चूल्हे पर अपनी पूंछकर सो गया. पैंथर को देखकर उस परिवार के हलक सूख गए. उसने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया. बाद में कड़ी मशक्कत कर पैंथर को रेस्क्यू कर पिंजरे में डाला गया. पैंथर जब तक पकड़ा नहीं गया तब तक शहर में दहशत का माहौल बना रहा.

जानकारी के अनुसार यह पैंथर शनिवार को तड़के 6 बजे के आसपास कोटा शहर में एक निजी स्कूल के आस-पास के इलाके में देखा गया था. उसके बाद पैंथर ने अलग-अलग जगहों पर 4 लोगों पर अटैक कर उनको जख्मी कर दिया. इसके बाद पैंथर गणगौरी पार्क इलाके में आ गया. वहां उसने एक गाय पर हमला कर दिया. लोगों के चिल्लाने पर वह एक मकान की छत पर चढ़ गया. उसके बाद वहां से सीढ़ियों के सहारे उतरकर घर में घुस गया.

पैंथर छत के सहारे घर में घुसा
शहर में पैंथर की सूचना से हड़कंप मच गया. वन विभाग और पुलिस की टीमें उसे पकड़ने के लिए अलर्ट हो गईं. लेकिन वह उनको चकमा देता रहा. पैंथर जिस घर में घुसा उसमें एक दंपति रहते हैं. लोगों की आवाज सुनकर वे कमरे से बाहर आए. लेकिन घर में पैंथर देखकर वे घबरा गए और वे भागकर वापस कमरे घुसकर उसे अंदर से बंद कर लिया. पैंथर के घर में सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीमें वहां पहुंची.

किचन में डेरा जमाकर बैठ गया पैंथर
घर के बाद एडिशनल एसपी, दो तीन थानों के थानाप्रभारी, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा और कांग्रेस नेता विद्याशंकर गौतम समेत कई लोग मौके पहुंच गए. वहां फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम को पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए बुलाया गया. पैंथर को पकड़ने के लिए छत पर जाल लगाया गया. लेकिन पैंथर घर के किचन में चला गया और जिस पट्टी पर गैस चूल्हा रखा हुआ था वहां जाकर लेट गया.

रेस्क्यू टीम को देखकर पैंथर गुर्राते हुए इधर उधर भागने लगा
करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज किया जा सका. इसके लिए घर की छत के ऊपर वन विभाग के कर्मचारियों ने पुलिस और निगम के कार्मिकों के सहयोग से जाल बिछाया. फिर छत के रास्ते अंदर घुसकर पैंथर का रेस्क्यू किया. इससे पहले रस्सी के सहारे मोबाइल को मकान के अंदर भिजवाकर पैंथर की लोकेशन ट्रेस की गई. रेस्क्यू टीम को देखकर पैंथर गुर्राते हुए इधर उधर भागने लगा.

भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी
पैंथर की उम्र करीब 6 वर्ष की थी. वन विभाग की टीम ने पैंथर को ट्रेंकुलाइज कर उसे पिंजरे में डाला. बाद में वन विभाग की गाड़ी से अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क भिजवाया गया. इस दौरान वहां लोगों का जबर्दस्त जमावड़ा लग गया. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पैंथर के पकड़े जाने की सूचना पर शहरवासियों की जान में जान आई.