वीरवार रात उपमंडल के क्यारदा गांव में भैंस के वध (काटने) पर खासा बवाल पैदा हो गया। दरअसल, ये अफवाह फैला दी गई कि गाय का वध किया गया है। इस कारण तनाव पैदा हो गया।
अफवाह की वजह से हिन्दू संगठनों से जुड़े सैंकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। जमकर नारेबाजी भी हुई। पुलिस ने तुरंत ही पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए।
घटनास्थल पर डीएसपी वीर बहादुर दल-बल सहित पहुंचे, साथ ही भैंस के शव को कब्जे में लेकर तुरंत ही पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके आधार पर ये साफ तस्दीक हो गई कि भैंस का वध किया गया है।
गौरतलब है कि माहौल को बिगड़ता देख पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी इस बात को शेयर किया कि भैंस को काटने का मामला रिपोर्ट हुआ है। इस पर कार्रवाई की गई है। पुलिस ने ये भी साफ किया कि कुछ लोग इसे गौ हत्या से जोड़कर अफवाह फैला रहे हैं। साथ ही अफवाह पर ध्यान न देने की अपील करते हुए पुलिस ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
तनाव के बीच खड्ड के किनारे सरकंडों में आग लगा दी गई। मौके पर चल रही नारेबाजी के बाद एक पक्ष ने आरोप लगाया कि एक स्थान पर देश विरोधी नारे भी लगाए गए। इसी के चलते पुलिस ने देशद्रोह का मामला आईपीसी की धारा-124 ए के तहत दर्ज किया है। दूसरी एफआईआर पशु अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज की गई है।
भैेंस के काटने की घटना रिपोर्ट होते ही पुलिस ने दो-तीन लोगों को तुरंत ही हिरासत में ले लिया, जबकि कुछ घंटों बाद बाकी लोग भी पुलिस के शिकंजे में आ गए। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तड़के 4 बजे तक डीएसपी वीर बहादुर भी मौके पर ही डटे हुए थे।
शुक्रवार दोपहर की जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इलाके में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए थे।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए एसपी ओमापति जम्वाल ने पुष्टि करते हुए कहा कि घटना को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। उन्हांेने जनता से संयम की अपील करते हुए कहा कि कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े प्रबंध हैं। साथ ही वो भी इस समूचे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।