विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी में इस पैराग्लाइडिंग सीजन में किसी भी प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति है। अक्तूबर और नवंबर माह में संभावित चुनाव आचार संहिता के कारण पर्यटन विभाग की ओर से किसी भी प्रतियोगिता का आयोजन होता हुआ नहीं दिख रहा है।
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी में इस पैराग्लाइडिंग सीजन में किसी भी प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर संशय की स्थिति है। अक्तूबर और नवंबर माह में संभावित चुनाव आचार संहिता के कारण पर्यटन विभाग की ओर से किसी भी प्रतियोगिता का आयोजन होता हुआ नहीं दिख रहा है। पैराग्लाइडिंग के अब तक के इतिहास में चुनावी वर्ष में किसी भी प्रतियोगिता का आयोजन संभव नहीं हो सका है और इस बार भी घाटी किसी बड़ी प्रतियोगिता के आयोजन से महरूम रहेगी। पिछले पांच वर्षों के दौरान मात्र पहले वर्ष ही स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन संभव हो सका है। अब तक घाटी में मात्र एक वर्ल्ड कप का आयोजन कांग्रेस कार्यकाल में तत्कालीन मंत्री सुधीर शर्मा के प्रयासों से संभव हो पाया है। इसके अतिरिक्त प्री वर्ल्ड कप स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो चुकी हैं।