Paresh Rawal: परेश रावल के खिलाफ कोलकाता में शिकायत दर्ज, ‘बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे’ कहना पड़ा भारी

परेश रावल के हालिया बयान पर बवाल मचा हुआ है और अब उनके खिलाफ मामला भी दर्ज हो चुका है। इस शिकायत में परेश रावल पर सार्वजनिक मंच पर भाषण के जरिए दंगे फैलाने और देशभर के बंगाली और अन्य समुदाय के बीच के सद्भाव को खराब करने का आरोप लगाया गया है।

Police complaint filed against Paresh Rawal
परेश रावल इस वक्त कुछ नेगेटिव वजहों से सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव को लेकर गुजरात में बीजेपी कैंपेन के दौरान परेश रावल के एक बयान पर उनकी काफी आलोचना हुई और अब उनके खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज हो चुका है। पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के नेता महम्मद सलीम ने परेश रावल के खिलाफ कोलकाता के तलतला थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।

परेश रावल के लिए कड़ी कार्रवाई की डिमांड

इस शिकायत में सलीम ने परेश रावल पर सार्वजनिक मंच पर भाषण के जरिए दंगों को फैलाने और देशभर के बंगाली और अन्य समुदाय के बीच के सद्भाव को खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि परेश रावल के इस बयान की वजह से प्रवासी बंगालियों को कई तरह की दिक्कतों का सामने करना पड़ सकता है। उन्होंने अपने शिकायत में परेश रावल के लिए कड़ी कार्रवाई की डिमांड भी की है।

कहा- बाहर रहने वाले बंगालियों को भी उठाना पड़ सकता है नुकसान

उन्होंने कहा है कि जिस तरह से परेश ने बंगालियों के विषय को उठाया है उससे ऐसा लगता है जैसे देश के सभी बंगाली रोहिंग्या या बांग्लादेसी हैं। उन्होंने अपने शिकायत पत्र में कहा है- बड़ी संख्या में बंगाली पश्चिम बंगाल से बाहर भी रहते हैं और ये उनके लिए हानिकारक हो सकती हैं और हो सकता है कि परेश के इस बयान की वजह से उन्हें बेवजह टारगेट किया जाए। सलीम ने तलतला पुलिस स्टेशन में कहा है कि वे उनकी इस शिकायत को एफआईआर ही मानकर चलें।

परेश रावल ने कौन सी बात कही जिसपर हो रहा है बखेड़ा

गुजरात के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के लिए प्रचार करते हुए परेश रावल ने बंग्लादेसी, रोहिंग्या और मछली को लेकर कुछ ऐसी बात कह दी जिसपर बवाल मचा हुआ है। गुजरात के वलसाड में पार्टी के लिए प्रचार के दौरान परेश ने कहा, ‘गैस सिलिंडर महंगे हैं लेकिन उसकी कीमत कम हो जाएगी। लोगों को रोजगार मिलेंगे, गुजरात में रहने वाले लोग महंगाई बर्दाश्त कर लेंगे, लेकिन बाजू के घर में रोहिंग्या शरणार्थी या बंग्लादेसी आ जाएं तो गैस सिलिंडर का क्या करेंगे? बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे?’

परेश ने अपने बयान पर ट्वीट करते हुए माफी भी मांग ली है

बस परेश की इसी बात पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। हालांकि, परेश ने अपने बयान पर ट्वीट करते हुए माफी भी मांग ली है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, ‘निश्चित रूप से मछली मुद्दा नहीं है क्योंकि गुजराती मछली पकाते और खाते हैं। मैं साफ कर दूं कि मेरे कहने का मतलब सिर्फ अवैध बंग्लादेसी और रोहिंग्या से था। इसके बावजूद अगर मेरी बातों ने आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं।’