आज हम बात कर रहे हैं परेश रावल की वाइफ स्वरूप संपत के बारे में जो इतनी अधिक खूबसूरत थीं कि उन्हें 1979 में मिस इंडिया का अवॉर्ड मिल चुका है। उस वक्त पीएम मोदी गुजरात के सीएम हुआ करते थे और तब उन्होंने स्वरूप को किसी खास काम के लिए चुना था।
बॉलीवुड के शानदार एक्टर्स में गिने जानेवाले परेश रावल फिल्म ‘हेरा फेरी’ में बाबूराव गणपतराव आप्टे और ‘ओह माय गॉड’ में कांजीभाई जैसे कई शानदार रोल में हर दिलों में बसे हुए हैं। थिएटर और प्ले की दुनिया में फेमस परेश रावल ने फिल्म अर्जुन से बॉलीवुड में एंट्री मारी थी और कॉमिक से लेकर विलन तक के रोल को उन्होंने बखूबी निभाया। हालांकि, आज हम यहां बात करने जा रहे हैं परेश रावल को वाइफ स्वरूप संपत के बारे में, जो मिस इंडिया रह चुकी हैं।
1979 में जीता मिस इंडिया का खिताब
हो सकता है कि आपमें से कइयों को यह न पता हो कि परेश रावल की वाइफ स्वरूप संपत 1979 में मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। पति की तरह स्वरूप भी फिल्मों की दुनिया से जुड़ी रही हैं। इसके अलावा वह कॉमेडी टीवी शो ‘ये जो है जिंदगी’ का भी हिस्सा रह चुकी हैं।
पहली नजर का प्यार
एक इंटरव्यू में परेश बता चुके हैं कि जैसे ही उन्होंने स्वरूप को देखा उन्हें पहली नजर में ही उनसे प्यार हो गया। वह साल था 1975 का और परेश उनके प्यार में पागल हो गए और अपने फ्रेंड्स से कहा कि एक दिन वह उनसे शादी जरूर करेंगे। उन्होंने बताया था कि वह उनके लिए इंतजार भी नहीं कर पा रहे थे और फिर उन्होंने उनसे सीधे-सीधे जाकर उनस हां कहने के लिए कहा। परेश ने सीधे कहा कि मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। 12 साल उन्होंने डेट किया और फाइनली 1987 में शादी की।
कई फिल्मों में कर चुकी हैं काम
बता दें कि स्वरूप साल 1984 में फिल्म ‘करिश्मा’ में कमल हासन और रीना रॉय के साथ नजर आ चुकी हैं। फिल्म में अपने बिकीनी सीन्स को लेकर भी वह चर्चा में रही हैं। उनकी बाकी फिल्मों की बात करें तो वह ‘नरम गरम’ (1981), ‘हिम्मतवाला’ (1983) ‘साथिया’ (2002), सप्तपदी (2013) और ‘की एंड का’ (2016) जैसी फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं।
पीएम मोदी ने उन्हें खास काम के लिए चुना था
स्वरूप मॉडलिंग की दुनिया में भी काफी एक्टिव रही हैं। कुमकुम बनाने वाली कंपनी शृंगार के लिए भी वह मॉडलिंग कर चुकी हैं। स्वरूप फिल्मी और चकाचौंध वाली दुनिया से अलग कुछ ऐसे काम भी करती हैं जो किसी का भी मन गदगद करने के लिए काफी है। स्वरूप दिव्यांग बच्चों को एक्टिंग भी सिखाने का काम करती हैं। बताया जाता है कि उस वक्त पीएम मोदी गुजरात के सीएम हुआ करते थे और तब उन्होंने स्वरूप को बच्चों के लिए एजुकेशन प्रोग्राम के हेड के तौर पर चुना था।