पश्चिम बंगाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी WBSSC घोटाले में फंसे हैं। उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से करोड़ों रुपये कैश बरामद होने के बाद ईडी ने पार्थ को हिरासत में लिया था। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ममता बनर्जी भी पार्थ की गिरफ्तारी के बाद घिरीं, राजनीति तेज हुई।
पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ का कैश मिला था। उसके बाद पार्थ चटर्जी को ईडी ने गिरफ्तार किया था। हर 48 घंटे पर मेडिकल जांच के लिए पार्थ चटर्जी को अस्पताल लाया जाता है। इसी सिलसिले में कोलकाता के अस्पताल लेकर ईडी के अफसर गए थे। मेडिकल जांच के बाद जब पार्थ चटर्जी अस्पताल से बाहर निकल रहे थे तभी एक महिला ने उनके ऊपर चप्पल फेंक दी।
आमटा की रहने वाली है महिला शुभ्रा
जिस महिला ने पार्थ चटर्जी पर चप्पल फेंकी उसका नाम शुभ्रा घोरुई है। शुभ्रा आमटा की रहने वाली है। जब मीडिया ने शुभ्रा से पार्थ पर चप्पल फेंकने का कारण पूछा तो उसने कहा कि वह ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती है। उसने कहा, ‘मैं पार्थ चटर्जी से नाराज थी, मुझे चप्पल मारकर शांति मिली। चप्पल उसे कस के पड़ती तो अच्छा होता।’ महिला ने सवाल किया कि क्या आप माला पहनाकर स्वागत करना चाहेंगे?’ महिला ने कहा कि वह अब नंगे पाव घर जाएगी।
वीआईपी ट्रीटमेंट देने से मरीजों में गुस्सा
शुभ्रा ने यह भी कहा, इतने ‘उन्होंने लोगों के रुपये मारकर और उनकी नौकरियों को मारकर फ्लैट और घर खरीदे। उसे फिर से एसी कार में ले जाया जा रहा है?’ कहा जा रहा है कि लोग अस्पताल में इलाज कराने आते हैं। पार्थ चटर्जी के आने पर सुरक्षा कारणों से लोगों का इलाज रोक दिया जाता है। लोगों को घंटों इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है। इसी से महिला में गुस्सा भरा था। उसका कहना था कि एक भ्रष्टाचारी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।