Parwanoo became Dengue stronghold Baddi at number two: Mukta Rastogi

परवाणु बना डेंगू का गढ़ बद्दी दुसरे नंबर पर : मुक्ता रस्तोगी

कोरोना  की दहशत अभी, सोलन जिला वासियों के दिलों से ,  गई भी नहीं है कि, इस दौरान अब डेंगू   कहर , बरपाने लग गया है।  ज़्यादातर डेंगू के मामले ,जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्रों से आ रहे है। जिस कारण, लोगों में दहशत देखी जा रही है।  स्वास्थ्य विभाग भी, हाई अलर्ट पर है।  स्वास्थ्य विभाग की कई ,टीमें लोगों को जागरूक कर रही है, और उन्हें बताया जा रहा है कि, डेंगू से वह कैसे बच सकते है।  यह जानकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, मुक्ता रस्तोगी ने मीडिया को दी।  उन्होंने बताया कि, स्वास्थ्य विभाग ,डेंगू के मामलों पर, पैनी नज़र रखे हुए है।  अगर किसी क्षेत्र से ,अधिक डेंगू के मामले आते है तो ,उस  हाई रिस्क जोन में ,नगर परिषद के साथ मिल कर , आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाती है। 

जिला स्वास्थ्य अधिकारी, मुक्ता रस्तोगी ने ,जानकारी देते हुए बताया कि , डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे है ,जिसे केवल लोगों की जागरूकता से ही ,कम किया जा सकता है।  उन्होंने बताया कि, जिला सोलन में सबसे अधिक मामले ,औद्योगिक क्षेत्र परवाणु में रिपोर्ट किए गए है।  उन्होंने बताया कि, केवल परवाणु क्षेत्र में ही, 338 मामले डेंगू  के सामने आ चुके है।  वहीँ बद्दी क्षेत्र में अभी तक, 101 मामले डेंगू के आगे है।  नालागढ़ में अभी तक, 61 लोग डेंगू से प्रभावित हुए हैं।  उन्होंने कहा कि ,डेंगू में रोगी को 102 डिग्री से ऊपर ही, बुखार रहता है।  अगर किसी व्यक्ति को, अधिक बुखार आ रहा है तो ,वह तुरंत नज़दीकी अस्पताल जा कर, ईलाज करवाए।  उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, वह डेंगू को हल्के में न लें, अगर समय पर इसका ईलाज नहीं करवाया गया तो, यह जानलेवा भी हो सकता है। सैल कम होने से ,रोगी के घाव नहीं  भरते हैं  और जो बेहद घातक हो सकता है।  इसलिए डेंगू से बचने के लिए, बताए गए  सभी नियमों का, सख्ती से पालन करें।